Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 May, 2024 11:53 AM
अमेरिकी रीसर्च फर्म और ग्लोबल फाइनेंसियल इंस्टीच्यूशन गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) का भारतीय जीडीपी पर भरोसा बढ़ा है। रिसर्च फर्म ने भारत के निरंतर विकास गति की उम्मीद करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अपने जीडीपी फोरकास्ट को 10 बेसिस पॉइंट बढ़ा...
बिजनेस डेस्कः अमेरिकी रीसर्च फर्म और ग्लोबल फाइनेंसियल इंस्टीच्यूशन गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) का भारतीय जीडीपी पर भरोसा बढ़ा है। रिसर्च फर्म ने भारत के निरंतर विकास गति की उम्मीद करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अपने जीडीपी फोरकास्ट को 10 बेसिस पॉइंट बढ़ा दिया है। रिसर्च फर्म ने अब भारत का ग्रोथ अनुमान 6.7 फीसदी कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि रिजर्व बैंक के बंपर डिविडेड ट्रांसफर से उत्साहित है।
इनवेस्टमेंट बैंक की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, “आने वाले समय में हमें इनवेस्टमेंट ग्रोथ की रफ्तार बनी रहने की उम्मीद है। रिजर्व बैंक ने अनुमान से ज्यादा डिविडेंड सरकार को ट्रांसफर किया है, लिहाजा इंफ्रास्ट्रक्चर पर और खर्च के लिए गुंजाइश बन सकती है। लिहाजा, हमने हाल में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 0.10 फीसदी बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है।”
RBI कर सकता है ब्याज दरों में कटौती?
गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। उसके मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट में बढ़ोतरी से कोर गुड्स इनफ्लेशन में भी बढ़ोतरी हो सकती है। गोल्डमैन सैक्स का कहना है, ‘भारत में ग्रोथ की रफ्तार मजबूत बनी रहेगी, जबकि हमारा मानना है कि कोर इनफ्लेशन अप्रैल-जून में रिकॉर्ड से नीचे की तरफ जाने लगेगा। जुलाई-दिसंबर में कोर इनफ्लेशन 4.0-4.5 फीसदी रहने का अनुमान है।’ हालांकि, रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी के सदस्यों ने हाल में फूड इनफ्लेशन को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है।
अमेरिका में भी ब्याज दर होंगे संशोधित
गोल्डमैन सैक्स के अनुमानों के मुताबिक, अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल दो बार यानी सितंबर और दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। इनवेस्टमेंट बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है, “अमेरिकी अर्थशास्त्रियों की हमारी टीम ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा पहली कटौती की अनुमानित तारीख को जुलाई से बढ़ाकर सितंबर कर दिया है। हालांकि, अब भी 2024 में ब्याज दरों में 2 बार कटौती का अनुमान है।”