Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Dec, 2024 04:15 PM
भारतीय अर्थव्यवस्था 2025 में ‘मजबूत वृद्धि' के लिए तैयार है और मुद्रास्फीति का दबाव कम होने पर आरबीआई मौद्रिक नीति में मामूली ढील दे सकता है। साख निर्धारण करने वाली एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने 2025 के लिए भारत के अपने परिदृश्य में चालू वित्त वर्ष...
बिजनेस डेस्कः भारतीय अर्थव्यवस्था 2025 में ‘मजबूत वृद्धि' के लिए तैयार है और मुद्रास्फीति का दबाव कम होने पर आरबीआई मौद्रिक नीति में मामूली ढील दे सकता है। साख निर्धारण करने वाली एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने 2025 के लिए भारत के अपने परिदृश्य में चालू वित्त वर्ष 2024-25 के वृद्धि दर अनुमान को 6.8 प्रतिशत और 2025-26 के लिए 6.9 प्रतिशत पर कायम रखा है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के अर्थशास्त्री विश्रुत राणा ने कहा, ‘‘मजबूत शहरी खपत, सेवा क्षेत्र में स्थिर वृद्धि तथा बुनियादी ढांचे में जारी निवेश के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था 2025 में मजबूत वृद्धि के लिए तैयार है।'' राणा ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि मुद्रास्फीति संबंधी दबाव कम होने पर केंद्रीय बैंक 2025 के दौरान मौद्रिक नीति में मामूली ढील देगा।''
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले सप्ताह मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए रेपा दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा था, हालांकि नगदी बढ़ाने के लिए नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 0.50 प्रतिशत की कटौती की थी। भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।