Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Oct, 2024 02:22 PM
पिछले साल की तुलना में इस बार औसत किराए में 20-25 फीसदी की कमी आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ी हुई क्षमता और तेल की कीमतों में हाल में आई गिरावट के चलते कीमतों में कमी आई है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर किस रूट पर पिछले साल के मुकाबले कितना...
बिजनेस डेस्कः दिवाली-छठ पर घर जाने वालों के लिए इससे अच्छी खबर नहीं हो सकती है। अगर आप इस त्योहारी सीजन में हवाई सफर करना चाहते हैं तो आपके लिए गुड न्यूज है। पिछले साल की तुलना में इस बार औसत किराए में 20-25 फीसदी की कमी आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ी हुई क्षमता और तेल की कीमतों में हाल में आई गिरावट के चलते कीमतों में कमी आई है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर किस रूट पर पिछले साल के मुकाबले कितना फीसदी किराया कम हो गया है।
ट्रैवल प्लेटफॉर्म इक्सिगो की रिपोर्ट के अनुसार घरेलू मार्गों पर औसत हवाई किराए में 20-25 फीसदी की गिरावट आई है। ये कीमतें 30 दिनों की एडवांस परचेज डेट के आधार पर एक तरफ के औसत किराए के लिए है। रिपोर्ट में 2023 के लिए समय अवधि 10-16 नवंबर है, जबकि इस साल यह 28 अक्टूबर-तीन नवंबर है।
इन रूट्स कितना कम हुआ किराया?
- इस साल बेंगलुरू-कोलकाता उड़ान के लिए औसत हवाई किराया 38 फीसदी घटकर 6,319 रुपए रह गया है, जो पिछले साल 10,195 रुपए था।
- चेन्नई-कोलकाता मार्ग पर टिकट की कीमत 8,725 रुपए से 36 फीसदी घटकर 5,604 रुपए रह गई है।
- मुंबई-दिल्ली उड़ान के लिए औसत हवाई किराया 8,788 रुपए से 34 फीसदी घटकर 5,762 रुपए रह गया है।
- इसी तरह, दिल्ली-उदयपुर मार्ग पर टिकट की कीमतों में 34 फीसदी की कमी आई है और यह 11,296 रुपए से घटकर 7,469 रुपए रह गई है।
- दिल्ली-कोलकाता, हैदराबाद-दिल्ली और दिल्ली-श्रीनगर मार्गों पर यह गिरावट 32 फीसदी है।
क्यों कम हुआ किराया?
इक्सिगो समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आलोक बाजपेयी ने बताया कि पिछले साल दिवाली के आसपास हवाई किराए में सीमित क्षमता के कारण उछाल आया था, जिसका मुख्य कारण गो फर्स्ट एयरलाइन का निलंबन था। उन्होंने बताया इस साल अतिरिक्त क्षमता जोड़ी गई है, जिससे अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में प्रमुख मार्गों पर औसत हवाई किराए में 20-25 प्रतिशत की सालाना आधार पर गिरावट आई है। वहीं दूसरी ओर पिछले साल के मुकाबले इस साल कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली थी, जिसका असर भी देखने को मिला है। कच्चे तेल की कीमतों में कटौती से एयरलाइन के ऑपरेशनल कॉस्ट पर काफी असर देखने को मिलता है।