Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Mar, 2025 11:38 AM

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संभावित गिरावट की उम्मीद है, जिसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई कमी है। खाड़ी देशों और अमेरिका से मिले सकारात्मक संकेतों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतें पिछले कुछ दिनों से स्थिर...
बिजनेस डेस्कः भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संभावित गिरावट की उम्मीद है, जिसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई कमी है। खाड़ी देशों और अमेरिका से मिले सकारात्मक संकेतों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतें पिछले कुछ दिनों से स्थिर बनी हुई हैं और आगे और सस्ती हो सकती हैं। खाड़ी देशों का कच्चा तेल 70 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर है, जबकि अमेरिकी कच्चा तेल 66 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि खाड़ी देशों का कच्चा तेल जल्द ही 65 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी तेल 60 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है, जिससे भारत जैसे बड़े क्रूड आयातक देशों को राहत मिलने की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 3-5 रुपए की कटौती देखने को मिल सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के प्रमुख कारण
अमेरिकी नीतियां और उत्पादन वृद्धि: अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने और 'ड्रिल बेबी ड्रिल' कार्यक्रम शुरू करने से बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति में वृद्धि होने की संभावना है। इससे तेल की कीमतों पर दबाव पड़ा है।
ओपेक प्लस का आपूर्ति बढ़ाने का निर्णय: खाड़ी देशों के समूह ओपेक प्लस ने टैरिफ के डर से कच्चे तेल की आपूर्ति बढ़ाने का फैसला किया है, जिससे कीमतों में गिरावट आई है।
अमेरिकी टैरिफ घोषणाएं: अमेरिका ने अप्रैल से कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है और तेल की कीमतों में गिरावट आई है।
कच्चे तेल की मौजूदा कीमतें
ब्रेंट क्रूड ऑयल: बुधवार को 1.74 डॉलर (2.45%) की गिरावट के साथ 69.30 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। गुरुवार को मामूली वृद्धि के बावजूद, कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बनी हुई हैं।
अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड: बुधवार को 1.95 डॉलर (2.86%) की गिरावट के साथ 66.31 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। पिछले दो कारोबारी दिनों से WTI क्रूड 66 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बना हुआ है।
अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में वृद्धि
अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन (EIA) के अनुसार, पिछले सप्ताह अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 3.6 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई है, जिससे कुल भंडार 433.8 मिलियन बैरल हो गया है। इस डेटा के जारी होने के बाद ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में 2 डॉलर की गिरावट देखी गई।
भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर संभावित प्रभाव
जानकारों के अनुसार, अप्रैल में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी संभव है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अप्रैल में खाड़ी देशों का कच्चा तेल 65 से 70 डॉलर प्रति बैरल के बीच बना रहता है, तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 से 5 रुपए प्रति लीटर की कटौती देखी जा सकती है।