Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Jan, 2025 12:11 PM
देश के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक गौतम अडानी मंगलवार को महाकुंभ में पहुंचे, जहां पर उन्होंने लोगों को खुद अपने हाथों से बनाकर खाना परोसा। इसी दिन अडानी ग्रुप के लिए एक खुशखबरी आई। अडानी समूह की कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) को...
बिजनेस डेस्कः देश के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक गौतम अडानी मंगलवार को महाकुंभ में पहुंचे, जहां पर उन्होंने लोगों को खुद अपने हाथों से बनाकर खाना परोसा। इसी दिन अडानी ग्रुप के लिए एक खुशखबरी आई। अडानी समूह की कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) को 25,000 करोड़ रुपए मूल्य की भादला-फतेहपुर एचवीडीसी परियोजना मिल गई है। यह कंपनी को मिला अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है। एईएसएल ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वह इस परियोजना के जरिए राजस्थान से छह गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा को उत्तरी भारत के विभिन्न केंद्रों तक पहुंचाने का काम करेगी।
कंपनी ने कहा कि राजस्थान के भादला और उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के बीच प्रस्तावित यह परियोजना मिलने के साथ उसकी ऑर्डरबुक बढ़कर 54,761 करोड़ रुपए हो गई है। अडानी ग्रुप की कंपनी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने कहा कि यह अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है। कंपनी ने इस परियोजना को साढ़े चार वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। एईएसएल ने यह परियोजना शुल्क-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) के तहत हासिल की। हालांकि कंपनी यह डील 20 जनवरी 2025 को ही कंपनी को मिल गई थी लेकिन कंपनी ने आज इसके बारे में शेयर मार्केट में जानकारी दी।
कार्बन-कटौती में हमारी भूमिका अहम- कंदर्प पटेल
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी कंदर्प पटेल ने कहा कि देश के कुछ सबसे मुश्किल इलाकों से नवीकरणीय ऊर्जा के कुशल परिवहन को सक्षम कर और उसे राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़कर एईएसएल भारत की कार्बन-कटौती यात्रा में अपनी भूमिका निभा रही है। हम परियोजना को समय पर और न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव के साथ पूरा करने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी एवं तरीकों का इस्तेमाल करेंगे। एईएसएल देश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी बिजली transmission कंपनी है।