Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Apr, 2025 11:40 AM
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े करोड़ों कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ी सुविधा शुरू की है। अब कर्मचारी सिर्फ फेस वेरिफिकेशन के जरिए अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) और उससे जुड़ी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। श्रम एवं रोजगार मंत्री...
बिजनेस डेस्कः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े करोड़ों कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ी सुविधा शुरू की है। अब कर्मचारी सिर्फ फेस वेरिफिकेशन के जरिए अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) और उससे जुड़ी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने इस सुविधा की घोषणा करते हुए कहा कि इससे प्रक्रिया अधिक सरल, पारदर्शी और डिजिटल फ्रेंडली हो जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बिहार के 6 जिलों को कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) के तहत पूरी तरह से अधिसूचित कर दिया गया है, जिससे वहां के कामगारों को भी हेल्थ और इंश्योरेंस बेनिफिट्स मिल सकेंगे।
उमंग ऐप से हो जाएगा काम
मांडविया ने कहा कि ईपीएफओ ने चेहरे के सत्यापन के जरिए प्रोविडेंट फंड का यूएएन अलॉट करने और उसे एक्टिवेट करने के लिए एडवांस डिजिटल सर्विस शुरू की हैं। ये ईपीएफओ के करोड़ों मेंबर्स के लिए कॉन्टैक्टलैस, सिक्यॉर और पूरी तरह से डिजिटल सर्विस डिलीवरी की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारी ‘उमंग’ मोबाइल ऐप की मदद से आधार फेस ऑथेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी (FAT) का इस्तेमाल कर अपना यूएएन जनरेट कर सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, कोई भी नियोक्ता (कंपनी) अपने नए कर्मचारी के लिए आधार एफएटी के जरिए यूएएन बनाने के लिए उमंग ऐप का इस्तेमाल कर सकता है। इतना ही नहीं, जिन कर्मचारियों के पास पहले से ही यूएएन नंबर हैं लेकिन उन्होंने अभी तक अपने यूएएन को एक्टिवेट नहीं किया है, वे लोग भी उमंग ऐप पर जाकर अपने यूएएन नंबर को एक्टिवेट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ईपीएफओ पेंशनर्स को उनके दरवाजे पर ही सर्विस देने के लिए ‘माई भारत’ के सहयोग में फेस ऑथेंटिफिकेश टेक्नोलॉजी से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की सुविधा शुरू की जाएगी।