Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Apr, 2025 06:35 PM
अमेरिका की टैरिफ नीतियों के चलते वैश्विक बाजारों में हो रहे बदलावों के बीच ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ग्रुप एजी (UBS Group AG) ने भारत को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव किया है। फर्म ने भारत की रेटिंग ‘अंडरवेट’ से अपग्रेड करते हुए ‘न्यूट्रल’ कर दी है।...
बिजनेस डेस्कः अमेरिका की टैरिफ नीतियों के चलते वैश्विक बाजारों में हो रहे बदलावों के बीच ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ग्रुप एजी (UBS Group AG) ने भारत को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव किया है। फर्म ने भारत की रेटिंग ‘अंडरवेट’ से अपग्रेड करते हुए ‘न्यूट्रल’ कर दी है। UBS का कहना है कि भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है और विपरीत वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद कंपनियों की प्रति शेयर आय (EPS) में मजबूती बरकरार है।
इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में नरमी भारतीय अर्थव्यवस्था को और राहत देती है। UBS स्ट्रैटजिस्ट सुनील तिरुमलाई के मुताबिक, “बैंकों द्वारा जमा दरों में कटौती की इच्छा और सरकार के खपत बढ़ाने के उपाय अर्थव्यवस्था को सपोर्ट दे रहे हैं। ट्रेड अस्थिरता के बीच भारत एक डिफेंसिव विकल्प बनकर उभरा है।”
अन्य बाजारों में बदलाव
UBS ने इंडोनेशिया की रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से बढ़ाकर ‘ओवरवेट’ किया है, जबकि हांगकांग को ‘ओवरवेट’ से घटाकर ‘न्यूट्रल’ कर दिया है। UBS के अनुसार, हांगकांग पर अमेरिकी टैरिफ और व्यापारिक निर्भरता का दबाव है, जबकि इंडोनेशिया को सरकारी फंडिंग और आकर्षक वैल्यूएशन का लाभ मिल रहा है।