Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Nov, 2024 01:53 PM
सरकारी कंपनी NHPC का एकीकृत शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 37 प्रतिशत घटकर 1,069.28 करोड़ रुपए रहा है। यह जानकारी कंपनी ने गुरुवार को दी। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में एनएचपीसी का शुद्ध लाभ 1,693.26 करोड़ रुपए था। कंपनी ने शेयर बाजार को सूचित किया...
बिजनेस डेस्कः सरकारी कंपनी NHPC का एकीकृत शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 37 प्रतिशत घटकर 1,069.28 करोड़ रुपए रहा है। यह जानकारी कंपनी ने गुरुवार को दी। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में एनएचपीसी का शुद्ध लाभ 1,693.26 करोड़ रुपए था। कंपनी ने शेयर बाजार को सूचित किया कि उसकी कुल आमदनी बढ़कर सितंबर तिमाही में 3,402.09 करोड़ रुपए हो गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 3,113.82 करोड़ रुपए थी। इस तिमाही में कंपनी का खर्च बढ़कर 1,831.08 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,573.54 करोड़ रुपए था।
शेयर में गिरावट
शुक्रवार को एनएचपीसी का शेयर 2.86 फीसदी या 2.42 रुपए गिरकर 82.10 रुपए पर कारोबार कर रहा है। गुरुवार को एनएचपीसी का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 0.76 फीसदी या 0.64 रुपए की बढ़त के साथ 84.53 रुपए पर बंद हुआ था।
सेल का मुनाफा 31% घटा
सार्वजनिक क्षेत्र की स्टील कंपनी सेल का चालू वित्त वर्ष का सितंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 31 प्रतिशत घटकर 897.15 करोड़ रुपए रह गया। आमदनी घटने से कंपनी का मुनाफा नीचे आया है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने गुरुवार को जुलाई-सिंतबर तिमाही के नतीजों की शेयर बाजार को जानकारी दी। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 1,305.59 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। आलोच्य अवधि में इस्पात कंपनी की कुल आय घटकर 24,842.18 करोड़ रुपए रह गई जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 29,858.19 करोड़ रुपए थी।
घटा स्टील प्रोडक्शन
तिमाही में कंपनी का खर्च 23,824.07 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 27,768.60 करोड़ रुपए था। इस बीच, सेल ने अलग से जारी एक बयान में कहा कि उसका कच्चा इस्पात उत्पादन बीती तिमाही में मामूली रूप से घटकर 47.6 लाख टन रहा। आलोच्य अवधि में इसकी बिक्री भी एक साल पहले के 47.7 लाख टन से घटकर 41 लाख टन रह गई। सेल के चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही की तुलना में दूसरी छमाही अधिक आशाजनक परिणाम लेकर आएगी। इस्पात आयात में अपेक्षित गिरावट और जीडीपी एवं पूंजीगत व्यय में अनुमानित वृद्धि के साथ दूसरी छमाही में प्रदर्शन बेहतर रह सकता है।’’