Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Sep, 2024 05:52 PM
सरकार ने हाल ही में एक्सपोर्ट ड्यूटी हटाए जाने के बाद खुदरा कीमतों में आए उछाल को देखते हुए थोक बाजारों में ‘बफर स्टॉक’ से प्याज की बिक्री बढ़ाने का निर्णय लिया है। उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने सोमवार को जानकारी दी कि केंद्र ने दिल्ली और अन्य...
बिजनेस डेस्कः सरकार ने हाल ही में एक्सपोर्ट ड्यूटी हटाए जाने के बाद खुदरा कीमतों में आए उछाल को देखते हुए थोक बाजारों में ‘बफर स्टॉक’ से प्याज की बिक्री बढ़ाने का निर्णय लिया है। उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने सोमवार को जानकारी दी कि केंद्र ने दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों के थोक बाजारों में अपने ‘बफर स्टॉक’ से प्याज निकालना शुरू कर दिया है। सरकार की योजना पूरे देश में सब्सिडी वाले प्याज की खुदरा बिक्री की है।
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रियायती मूल्य पर बिक्री की योजना
निधि खरे ने कहा, "निर्यात शुल्क हटाने के बाद हमें कीमतों में उछाल का अनुमान था। हमारे 4.7 लाख टन के ‘बफर स्टॉक’ और खरीफ की बुवाई के बढ़े हुए रकबे के साथ हमें उम्मीद है कि प्याज के दाम काबू में रहेंगे।" सरकार पूरे देश में 35 रुपए प्रति किलो की रियायती दर पर प्याज की खुदरा बिक्री बढ़ाने की योजना बना रही है, विशेष रूप से उन शहरों में जहां कीमतें राष्ट्रीय औसत से अधिक हैं।
दिल्ली में प्याज का खुदरा मूल्य 55 रुपए
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 22 सितंबर को दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 55 रुपए प्रति किलो थी, जो एक साल पहले की समान अवधि में 38 रुपए प्रति किलोग्राम थी। मुंबई और चेन्नई में प्याज की कीमतें क्रमशः 58 रुपए और 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। सरकार ने दिल्ली और अन्य राज्यों की राजधानियों में मोबाइल वैन और सहकारी महासंघों की दुकानों के माध्यम से 5 सितंबर से 35 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बेचना शुरू किया है।
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उत्पादन की स्थिति
खरे ने आगामी खरीफ प्याज की फसल से उम्मीद जताई है और पिछले साल की तुलना में अधिक रकबे की बुवाई का हवाला दिया। उन्होंने कहा, "आवक अगले महीने शुरू होगी और हमें उत्पादन संबंधी कोई चिंता नहीं है।" उन्होंने खाद्य तेलों की कीमतों में हाल की वृद्धि को भी स्वीकार किया, यह बताते हुए कि यह कदम घरेलू किसानों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है।