Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Nov, 2024 02:14 PM
ग्लोबल बाजारों से पॉजिटिव संकेतों के बीच आज शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। इससे एक दिन पहले अडानी ग्रुप से जुड़ी खबरों और कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते इनमें तगड़ी गिरावट देखने को मिली थी। खबर लिखे जाने के समय सेंसेक्स 1567 अंक उछल कर...
बिजनेस डेस्कः ग्लोबल बाजारों से पॉजिटिव संकेतों के बीच आज शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। इससे एक दिन पहले अडानी ग्रुप से जुड़ी खबरों और कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते इनमें तगड़ी गिरावट देखने को मिली थी। खबर लिखे जाने के समय सेंसेक्स 1567 अंक उछल कर 78,723 और निफ्टी 472 अंक की तेजी के साथ 23,822 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इसके चलते बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 3.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक बढ़ गया।
बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.21 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.88 फीसदी तक बढ़ गया। यहां तक कि सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। इस तेजी की अगुआई आईटी, रियल्टी और पावर शेयरों ने की।
आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में आज तेजी के पीछे 4 प्रमुख कारण क्या रहे-
अमेरिकी लेबर मार्केट के मजबूत आंकड़े
अमेरिकी लेबर मार्केट के मजबूत आंकड़ों के चलते आज भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी आई। आंकड़ों के मुताबिक, 16 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में अमेरिका में शुरुआती बेरोजगारी दावों में 6,000 की गिरावट आई और यह 2,13,000 पर आ गया। यह इसका 7 महीनों का सबसे निचला स्तर है। इसके चलते निफ्टी आईटी इंडेक्स आज करीब 2 फीसदी तक उछल गया।
मजबूत ग्लोबल संकेत
ग्लोबल मार्केट्स से मिले पॉजिटिव संकेतों से भी आज निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार हुआ। अमेरिकी बाजार गुरुवार को पॉजिटिव रुख के साथ बंद हुए थे। एशियाई बाजारों में, एशिया डॉव इंडेक्स 0.70% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। जबकि जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.63% की तेजी के साथ हरे निशान में था। दक्षिण कोरिया का KOSPI इंडेक्स भी 0.94% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है।
निचले स्तर पर खरीदारी
शेयर बाजार में आई हालिया गिरावट के बाद निचले स्तर पर खरीदारी देखने को मिली। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार का वैल्यूएशन अब थोड़ा अच्छा होता दिख रहा है। फिडेंट एसेट मैनेजमेंट की फाउंडर और CIO ऐश्वर्या दाधीच ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा, 'हमें धीरे-धीरे मूल्यांकन में थोड़ी सहजता नजर आने लगी है।' उन्होंने कहा, 'रूस और यूक्रेन के बीच भू-राजनीतिक तनाव और FII की बेतहाशा बिकवाली जैसे नेगेटिव फैक्टर्स के चलते बाजार में और गिरावट आ सकती है लेकिन ऐसा लगता है कि हम निचले स्तर के करीब हैं और जल्द ही मामूली रिकवरी देखने को मिल सकता है।'
DII से सपोर्ट
घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) की ओर से बढ़ी हुई खरीदारी के चलते बाजार को सपोर्ट मिला है। DIIs ने गुरुवार 21 नवंबर को बाजार में आई गिरावट के बीच भी करीब 4,200 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था। नवंबर महीने में अब तक वह करीब 35,836.93 करोड़ रुपए शेयर बाजार में डाल चुके हैं। दूसरी ओर मार्केट एक्सपर्ट्स अब FIIs की बिकवाली रफ्तार के धीमी होने का अनुमान जता रहे हैं।