Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Jan, 2025 12:19 PM
भारतीय शेयर बाजार तेजी से उभरते वैश्विक बाजारों में एक प्रमुख स्थान रखता है। देश और विदेश के निवेशकों के बीच इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। दिलचस्प बात यह है कि पड़ोसी देश चीन के निवेशकों का रुझान भी भारतीय कंपनियों की ओर काफी बढ़ा है। एक...
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार तेजी से उभरते वैश्विक बाजारों में एक प्रमुख स्थान रखता है। देश और विदेश के निवेशकों के बीच इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। दिलचस्प बात यह है कि पड़ोसी देश चीन के निवेशकों का रुझान भी भारतीय कंपनियों की ओर काफी बढ़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन का केंद्रीय बैंक पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) ने भारतीय शेयर बाजार में बड़े पैमाने पर निवेश करना शुरू कर दिया है।
पीपल्स बैंक ऑफ चाइना ने लगाया पैसा
PBOC ने कैलेंडर वर्ष 2024 के अंत तक 35 भारतीय कंपनियों में 40,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। चीन की ओर से आने वाले 17 विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भारत में रजिस्टर्ड हैं, जिनमें बेस्ट इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन जैसे बड़े सरकारी संस्थान शामिल हैं। यह कॉरपोरेशन वैश्विक स्तर पर 870 बिलियन डॉलर की संपत्ति का मैनेजमेंट संभालते हैं।
कहां किया इतना निवेश?
PBOC ने भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्यादा निवेश ICICI बैंक में किया है। चीन के इस सेंट्रल बैंक ने ICICI बैंक के 6,139 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं। वहीं, एचडीएफसी बैंक में भी 5,344 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी ली गई है। इसके अलावा सरकारी कंपनी पावर ग्रिड कॉरपोरेशन में भी PBOC ने 1,414 करोड़ रुपए का निवेश किया है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में बैंक की 3,619 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी है। साथ ही, कोटक महिंद्रा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और बजाज फाइनेंस में भी 1,500 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया गया है।
टाटा ग्रुप पर भी जताया भरोसा
मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और अल्ट्राटेक सीमेंट जैसी कंपनियों में PBOC का 1,100 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश है। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स और पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस में भी हिस्सेदारी ली गई है। चीन के इन बड़े निवेशों ने भारतीय शेयर बाजार की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि, इन निवेशों के साथ दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को लेकर चर्चा भी होती रही है। भारतीय कंपनियों में PBOC का यह निवेश बताता है कि भारतीय बाजार न केवल उभरता हुआ है, बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन चुका है।