Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Oct, 2024 03:49 PM
गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) ढांचे को सरल बनाने के लिए गठित मंत्रियों के समूह (GoM) की बैठक 20 अक्टूबर को होने जा रही है। इस बैठक में फूड, फुटवियर और टेक्सटाइल आइटम्स से जुड़ी GST दरों को तर्कसंगत बनाने के प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इस...
बिजनेस डेस्कः गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) ढांचे को सरल बनाने के लिए गठित मंत्रियों के समूह (GoM) की बैठक 20 अक्टूबर को होने जा रही है। इस बैठक में फूड, फुटवियर और टेक्सटाइल आइटम्स से जुड़ी GST दरों को तर्कसंगत बनाने के प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इस समूह की अध्यक्षता बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी कर रहे हैं। जीएसटी लागू हुए 8 साल हो चुके हैं और दरों के तर्कसंगत होने से नियमों के अनुपालन में सुधार और जीएसटी संग्रह में वृद्धि की उम्मीद है।
बैठक के एजेंडा में क्या है?
बैठक में करीब 100 वस्तुओं की जीएसटी दरों की समीक्षा की जाएगी, जिनमें फूड, फुटवियर, और टेक्सटाइल प्रमुख रूप से शामिल हैं। फिलहाल ये वस्तुएं 12 प्रतिशत टैक्स स्लैब में आती हैं। नवंबर में होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक के लिए इस समूह द्वारा एक रिपोर्ट में सुझाव दिए जाएंगे।
तीन टैक्स स्लैब का प्रस्ताव
मंत्रियों का समूह जीएसटी के स्लैब को तीन तक सीमित करने पर विचार कर रहा है: 5 प्रतिशत, 18 प्रतिशत, और 28 प्रतिशत। इसके तहत 12 प्रतिशत स्लैब को धीरे-धीरे समाप्त करने का सुझाव है, लेकिन यह राज्यों की सहमति और राजस्व के प्रभाव के आकलन पर निर्भर करेगा।
समूह के सदस्य
समूह में बिहार के उपमुख्यमंत्री के अलावा उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, राजस्थान, और कर्नाटक के मंत्री शामिल हैं। यह समूह अपनी सिफारिशें इस महीने के अंत तक पेश करेगा, जिसके बाद जीएसटी परिषद नवंबर की बैठक में इन पर विचार करेगी।