Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jul, 2024 04:39 PM
अभी कुछ सालों पहले ही भारी भरकम एनपीए से जूझ रहे भारतीय बैंक अब दुनिया के दिग्गज बैंकों को टक्कर दे रहे हैं। प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक की मार्केट वैल्यू साल 2024 की दूसरी तिमाही के अंत तक 17 फीसदी बढ़ गई है। बैंक का मार्केट कैप भी 154.4 अरब...
बिजनेस डेस्कः अभी कुछ सालों पहले ही भारी भरकम एनपीए से जूझ रहे भारतीय बैंक अब दुनिया के दिग्गज बैंकों को टक्कर दे रहे हैं। प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक की मार्केट वैल्यू साल 2024 की दूसरी तिमाही के अंत तक 17 फीसदी बढ़ गई है। बैंक का मार्केट कैप भी 154.4 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर चुका है। इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक दुनिया का 10वां सबसे बड़ा बैंक बन गया है। एचडीएफसी के अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक भी दुनियाभर के बैंकों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
HDFC ग्लोबल रैंकिंग में 10वें स्थान पर
ग्लोबल डेटा के आंकड़ों के अनुसार, एचडीएफसी, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक भारत के तीन सबसे ज्यादा लोन बांटने वाले बैंक हैं। इन तीनों ही बैंकों की मार्केट कैप में जून में समाप्त हुई तिमाही में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके चलते ग्लोबल रैंकिंग में भी यह तीनों बैंक लगातार ऊपर गए हैं। एचडीएफसी बैंक रैंकिंग में 3 नंबर ऊपर जाकर 10वें स्थान पर पहुंच गया है। ग्लोबल डेटा के अनुसार, मजबूत तिमाही नतीजों, निवेशकों का पॉजिटिव रुख और बैंक के भविष्य को लेकर बढ़ रही उम्मीद के चलते यह उछाल आ रहा है। एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजे 20 जुलाई के आने वाले हैं।
आईसीआईसीआई बैंक का 18वें नंबर पर कब्जा
रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 की पहली तिमाही के अंत में रॉयल बैंक ऑफ कनाडा 10वें स्थान पर था। उधर, आईसीआईसीआई बैंक की मार्केट वैल्यू भी जून तिमाही के अंत में 11.5 फीसदी बढ़कर 102.7 अरब डॉलर हो चुकी है। इसके साथ ही यह टॉप 25 ग्लोबल बैंकों में 18वें नंबर पर आ गया है। टीडी बैंक (TD Bank) मार्च तिमाही में 18वें स्थान पर था। आईसीआईसीआई बैंक के तिमाही नतीजे 27 जुलाई को आने वाले हैं।
रैंकिंग में 21वें स्थान पर आ गया एसबीआई
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई का मार्केट कैप भी 11.9 फीसदी बढ़कर 90.1 अरब डॉलर हो चुका है। यह ग्लोबल रैंकिंग में 21वें स्थान पर आ गया है। मार्च तिमाही में यह स्पॉट अल राझी बैंकिंग एंड इनवेस्टमेंट के पास था। जून तिमाही के अंत में टॉप 25 बैंकों की मार्केट कैप में 5.4 फीसदी का उछाल आया और यह 4.11 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े पर पहुंच गई है। चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक और जेपी मॉर्गन चेस ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। जेपी मॉर्गन चेस अभी भी दुनिया का सबसे मूल्यवान बैंक बना हुआ है।