Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Sep, 2024 11:46 AM
अगस्त और सितंबर में अधिक बारिश के कारण प्रमुख शहरों में सब्जियों की आपूर्ति बाधित हो गई है और इनके दामों में भी भारी वृद्धि हो चुकी है। हरी सब्जियों में सबसे अधिक मूल्य वृद्धि धनिया के दामों में देखी गई है। सब्जियों के भाव में हुई बढ़ोतरी ने रसोई का...
बिजनेस डेस्कः अगस्त और सितंबर में अधिक बारिश के कारण प्रमुख शहरों में सब्जियों की आपूर्ति बाधित हो गई है और इनके दामों में भी भारी वृद्धि हो चुकी है। हरी सब्जियों में सबसे अधिक मूल्य वृद्धि धनिया के दामों में देखी गई है। सब्जियों के भाव में हुई बढ़ोतरी ने रसोई का बजट बिगाड़ कर रखा दिया है।
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प्रमुख शहरों में सब्जियों के दामों में उछाल
दिल्ली में बीते एक महीने में धनिया के दाम 350 प्रतिशत बढ़ गए हैं, जबकि मुंबई में पालक के दामों में 100 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। सब्जियों की आपूर्ति में आई बाधा का असर विभिन्न बाजारों पर अलग-अलग पड़ रहा है, क्योंकि कई सब्जियों का उत्पादन स्थानीय स्तर पर होता है और ये जल्दी खराब भी हो जाती हैं।
मंडियों में कारोबार पर बारिश का प्रभाव
भारी बारिश का असर मंडियों के व्यापार पर भी पड़ा है। मंडियों में ज्यादातर खरीद-बिक्री खुले आसमान के नीचे होती है, जिससे फसलें खराब हो जाती हैं। यदि अगले कुछ महीनों में प्रमुख फसल उत्पादक क्षेत्रों में बारिश जारी रहती है, तो सब्जियों के दामों में और वृद्धि हो सकती है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
केंद्र सरकार की पहल
केंद्र सरकार ने बढ़ते प्याज के दामों को नियंत्रित करने के लिए नेफेड और एनसीसीएफ के जरिये देशभर में सस्ते प्याज की बिक्री शुरू कर दी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) की आधार मुद्रास्फीति जुलाई 2024 में घटकर 5.06 प्रतिशत हो गई थी, जबकि जून में यह 8.36 प्रतिशत थी।
महंगाई पर असर
हालांकि अगस्त और सितंबर में सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, यह देखना बाकी है कि यह बढ़ोतरी कब तक आम लोगों की जेब पर भारी पड़ती है। यदि महंगाई में और उछाल आता है, तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के लिए स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि RBI अच्छी बारिश से खाने-पीने की वस्तुओं के दामों में कमी की उम्मीद कर रहा था।
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मॉनसून की स्थिति
इस वर्ष का मॉनसून सीजन 1 जून से शुरू हुआ, और अब तक 2024 के मॉनसून सीजन में 8 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, दक्षिण पश्चिम मॉनसून के इस सप्ताह के अंत तक सामान्य से 25 प्रतिशत अधिक रहने की सूचना है। सरकार सब्जियों की कीमतों को लेकर सतर्क है, क्योंकि यह आम जनता से जुड़े मुद्दों में से एक है।