Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Oct, 2024 12:09 PM
विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के चलते शेयर बाजार में कमजोरी का असर आईपीओ मार्केट पर भी दिखने लगा है। हीरो ग्रुप की प्रमुख ऑटो कंपोनेंट कंपनी हीरो मोटर्स अब आईपीओ लेकर नहीं आएगी। कंपनी ने भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी के पास दाखिल 900 करोड़ रुपए के...
बिजनेस डेस्कः विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के चलते शेयर बाजार में कमजोरी का असर आईपीओ मार्केट पर भी दिखने लगा है। हीरो ग्रुप की प्रमुख ऑटो कंपोनेंट कंपनी हीरो मोटर्स अब आईपीओ लेकर नहीं आएगी। कंपनी ने भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी के पास दाखिल 900 करोड़ रुपए के आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के ड्राफ्ट पेपर को वापस ले लिया है। यह जानकारी मार्केट रेगुलेटर सेबी की ऑफिशियल वेबसाइट से मिली।
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IPO में 500 करोड़ का फ्रेश इश्यू
हीरो मोटर्स लिमिटेड का प्लान था कि 900 करोड़ रुपए के आईपीओ में 500 करोड़ रुपए का फ्रेश इश्यू और 400 करोड़ रुपए का ऑफर फॉर सेल शामिल हो। ऑफर फॉर सेल के जरिए प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेचने वाले थे, जिसमें ओपी मुंजाल होल्डिंग्स 250 करोड़ रुपए, भाग्योदय इंवेस्टमेंट्स 75 करोड़ रुपए और हीरो साइकिल्स 75 करोड़ रुपए के शेयर्स बेचने जा रहे थे। ओपी मुंजाल होल्डिंग्स के पास कंपनी में सबसे अधिक 71.55% हिस्सेदारी है।
आईपीओ वापस लेने का फैसला
कंपनी ने अगस्त 2024 में सेबी के पास आईपीओ लाने के लिए ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया था लेकिन 5 अक्टूबर 2024 को इसे वापस लेने का फैसला किया। ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, इस आईपीओ से जुटाए गए फंड का उपयोग कर्ज के भुगतान और उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर स्थित प्लांट के विस्तार के लिए किया जाना था।
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हीरो मोटर्स के बड़े ग्राहक
हीरो मोटर्स लिमिटेड इलेक्ट्रिक और नॉन-इलेक्ट्रिक दोनों पावरट्रेन बनाती है और इसके प्रमुख ग्राहकों में बीएमडब्ल्यू, डुकाटी, एनवायलो इंटरनेशनल, फॉर्मूला मोटरस्पोर्ट, हमिंग बर्ड ईवी और एचडब्ल्यूए जैसी कंपनियां शामिल हैं। यह भारत की एकमात्र कंपनी है जो वैश्विक ई-बाइक कंपनियों के लिए सीवीटी (कंटीन्यूअस वेरिएबल ट्रांसमिशन) मैन्युफैक्चरिंग करती है और इसके मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भारत, ब्रिटेन, और थाईलैंड में स्थित हैं।