Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Aug, 2024 12:15 PM
हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) का नाम 1937 की हिंडनबर्ग एयरशिप दुर्घटना से लिया गया है। दरअसल, 6 मई 1937 को न्यू जर्सी के मैनचेस्टर टाउनशिप में हिंडनबर्ग नाम के एयरशिप का एक्सीडेंट हुआ था। एयरशिप के पीछे नाजी दौर का स्वास्तिक बना हुआ था। उस...
बिजनेस डेस्कः हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) का नाम 1937 की हिंडनबर्ग एयरशिप दुर्घटना से लिया गया है। दरअसल, 6 मई 1937 को न्यू जर्सी के मैनचेस्टर टाउनशिप में हिंडनबर्ग नाम के एयरशिप का एक्सीडेंट हुआ था। एयरशिप के पीछे नाजी दौर का स्वास्तिक बना हुआ था। उस वक्त हवा में तेज धमाका हुआ और आसमान में दिख रहे हिंडनबर्ग एयरशिप में आग लग गई। इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई थी और इस एयरशिप के नाम पर इसका नाम रखा गया था। 2017 में स्थापित इस कंपनी ने कई प्रमुख कॉरपोरेट्स और उनके द्वारा किए गए घोटालों के खिलाफ विवादास्पद रिपोर्टें प्रकाशित की हैं।
फर्म का उद्देश्य
हिंडनबर्ग रिसर्च अपने आप को एक फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म बताती है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स का गहन विश्लेषण करती है। इसका उद्देश्य ऐसे 'मानव-निर्मित आपदाओं' की पहचान करना है, जिनमें अकाउंटिंग गड़बड़ी, मैनेजमेंट में मौजूद खराब लोगों, अवैध ट्रांजेक्शन और कारोबार के बारे में खुलासे करती रहती है।
संस्थापक और पृष्ठभूमि
हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) ने 2020 में वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि उन्होंने यह फर्म इसलिए शुरू की क्योंकि अन्य विश्लेषक अधिक सामान्य विश्लेषण कर रहे थे। उन्होंने इजरायल में एम्बुलेंस चालक के रूप में भी काम किया था, जिससे उन्हें चरम दबाव में सोचने और कार्य करने का अनुभव मिला।
मुख्य रिपोर्टें और विवाद
निकोला
हिंडनबर्ग ने निकोला पर रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें कंपनी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया गया। इसके बाद निकोला के फाउंडर ने इस्तीफा दिया और कुछ महीनों बाद उन्हें जेल हो गई।
ट्विटर
हिंडनबर्ग ने ट्विटर की स्टॉक की स्थिति पर दांव लगाया और कंपनी के अधिग्रहण के दौरान उतार-चढ़ाव का फायदा उठाया।
ड्राफ्टकिंग्स और क्लोवर हेल्थ
ड्राफ्टकिंग्स के बारे में आरोप लगाया गया कि कंपनी के अंदरूनी लोग डील की घोषणा से लाभ कमा रहे थे। क्लोवर हेल्थ पर आरोप था कि कंपनी ने निवेशकों को गुमराह किया था, जिसके बाद कंपनी के शेयरों में 90% से अधिक की गिरावट आई।
अडानी ग्रुप
भारत में हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर आरोप लगाए लेकिन ग्रुप ने अपनी शेयर कीमत को बाद में ठीक कर लिया।
चीन की कंपनियां
हिंडनबर्ग ने चीन मेटल रिसोर्सेज यूटिलाइजेशन और WINS फाइनेंस पर भी रिपोर्ट प्रकाशित की, जिनमें वित्तीय समस्याएं और धोखाधड़ी का खुलासा किया गया।
कई कंपनियों ने नाथन एंडरसन और हिंडनबर्ग के खिलाफ लिया लीगल एक्शन
नाथन एंडरसन के काम की प्रशंसा और निंदा होती रहती है। निवेशक उनकी तारीफ के पुल बांधते रहते हैं तो कई कॉरपोरेट का आरोप है कि वह शॉर्ट सेलिंग के रास्ते से कमाई करते हैं। उन पर मार्केट में हेरफेर के आरोप भी लगे हैं। कई कंपनियों ने नाथन एंडरसन और हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की है। हालांकि, इन आरोपों के बावजूद हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने कई तरह की जांच शुरू करवाने में मदद की है।