Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Jan, 2025 10:35 AM
अमेरिका की प्रसिद्ध शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसने गौतम अडानी के समूह सहित कई बड़ी कंपनियों पर गंभीर आरोप लगाकर सुर्खियां बटोरी थीं, अब बंद हो गई है। फर्म के संस्थापक नाथन एंडरसन ने इसकी घोषणा की है। जनवरी 2023 में प्रकाशित एक रिपोर्ट में...
बिजनेस डेस्कः अमेरिका की प्रसिद्ध शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसने गौतम अडानी के समूह सहित कई बड़ी कंपनियों पर गंभीर आरोप लगाकर सुर्खियां बटोरी थीं, अब बंद हो गई है। फर्म के संस्थापक नाथन एंडरसन ने इसकी घोषणा की है। जनवरी 2023 में प्रकाशित एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर और अन्य वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों को अडानी ग्रुप ने खारिज किया था लेकिन इस रिपोर्ट के चलते समूह के बाजार मूल्य में भारी गिरावट देखी गई। हालांकि, एंडरसन ने कंपनी बंद करने के पीछे का स्पष्ट कारण साझा नहीं किया है।
अपनी शॉर्ट-सेलिंग गतिविधियों के लिए बदनाम हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी के अलावा कई और अरबपतियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने 15 जनवरी को इसकी घोषणा की। एंडरसन ने कहा, 'पिछले साल के अंत से परिवार, दोस्तों और हमारी टीम के साथ इस बात को शेयर किया था कि मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को भंग करने का निर्णय लिया है।' उन्होंने बताया कि इनवेस्टिगेटिव आइडियाज के पूरा होने के बाद कंपनी को बंद करने की योजना थी। फर्म ने हाल ही में पोंजी स्कीम्स से संबंधित अपनी अंतिम परियोजनाओं को पूरा कर लिया। इसके बाद कंपनी की रिसर्च एक्टिविटीज खत्म हो गई हैं।
अडानी को पहुंचाया भारी नुकसान
भारत में हिंडनबर्ग रिसर्च का नाम जनवरी 2023 में उस समय सुर्खियों में आया था जब उसने देश के तीसरे सबसे बड़े औद्योगिक घराने अडानी ग्रुप के बारे में एक रिपोर्ट पेश की थी। इसमें ग्रुप पर शेयरों की कीमत के साथ छेड़छाड़ सहित कई आरोप लगाए गए थे। ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया था लेकिन इससे अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई। हालांकि उसके बाद से ग्रुप ने काफी हद तक इस नुकसान की भरपाई कर ली है।
हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने की एंडरसन की घोषणा चौंकाने वाली है। हाल ही में अमेरिकी संसद की हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के एक सदस्य और रिपब्लिकन सांसद ने न्याय विभाग से अडानी और उनकी कंपनियों से जुड़ी जांच से जुड़े सभी दस्तावेजों और कम्युनिकेशंस को संरक्षित करने का अनुरोध किया। एंडरसन ने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का कोई एक कारण नहीं बताया लेकिन यह फैसला ऐसे समय हुआ है जब कुछ ही दिनों में डोनाल्ड ट्रंप की वाइट हाउस में वापसी होने वाली है।
एंडरसन का प्लान
हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने के फैसले के बारे में एंडरसन को ने कहा, 'कोई एक खास बात नहीं है - कोई खास खतरा नहीं है, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है और कोई बड़ा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। किसी ने एक बार मुझसे कहा था कि एक निश्चित बिंदु पर एक सफल करियर एक स्वार्थी कार्य बन जाता है।' उन्होंने कहा कि अपनी पर्सनल कैरियर में उन्हें कई बलिदान देने पड़े हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी वित्तीय सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त पैसा जमा कर लिया है। साथ ही उन्होंने आगे कम जोखिम वाले निवेशों में इन्वेस्टमेंट करने का भी संकेत दिया है।