Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Aug, 2024 10:22 AM
अडानी ग्रुप (Adani Group) के बाद अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Report) ने अपनी नई रिपोर्ट में सिलिकॉन वैली स्थित आईटी कंपनी सुपर माइक्रो कंप्यूटर इंक (Super Micro Computer Inc) पर अकाउंटिंग में हेरफेर के गंभीर आरोप लगाए हैं।...
बिजनेस डेस्कः अडानी ग्रुप (Adani Group) के बाद अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Report) ने अपनी नई रिपोर्ट में सिलिकॉन वैली स्थित आईटी कंपनी सुपर माइक्रो कंप्यूटर इंक (Super Micro Computer Inc) पर अकाउंटिंग में हेरफेर के गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट के बाद इस कंपनी के शेयरों में नैस्डैक पर प्री-मार्केट ट्रेड में लगभग 8% की गिरावट दर्ज की गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट तीन महीने की गहन जांच पर आधारित है। इसमें कंपनी पर अकाउंटिंग में हेरफेर, अन-डिजक्लोज्ड लेनदेन, प्रतिबंध और एक्सपोर्ट कंट्रोल में विफलता, और कस्टमर्स की समस्याओं से संबंधित कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
पिछली विवादित घटनाएं
रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में सुपर माइक्रो को वित्तीय विवरण दाखिल करने में विफल रहने के कारण नैस्डैक से अस्थायी रूप से हटाया गया था। SEC ने कंपनी पर बड़े स्तर पर अकाउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाया था, जिसमें $200 मिलियन से अधिक का अनुचित रूप से मान्यता प्राप्त राजस्व शामिल था।
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कंपनी ने $17.5 मिलियन के SEC समझौते के तीन महीने बाद ही अकाउंटिंग घोटाले में सीधे तौर पर शामिल अधिकारियों को फिर से काम पर रख लिया था।
अनअकाउंटेड ट्रांजेक्शन और प्रतिबंध उल्लंघन
रिपोर्ट में अनअकाउंटेड ट्रांजेक्शन, अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने के लिए अपनाई गई तरकीब और रूस को हाई-टेक कॉम्पोनेंट बेचने का भी उल्लेख किया गया है, जो अमेरिकी निर्यात प्रतिबंधों का उल्लंघन है। अकाउंटिंग और गुणवत्ता संबंधी चिंताओं के कारण एनवीडिया और टेस्ला जैसी प्रमुख कंपनियों ने सुपर माइक्रो के साथ अपने व्यापारिक संबंध या तो कम कर दिए हैं या पूरी तरह खत्म कर दिए हैं।
हिंडनबर्ग की शॉर्ट पोजिशनिंग
हिंडनबर्ग ने इस रिपोर्ट के अंत में यह भी खुलासा किया है कि उन्होंने सुपर माइक्रो कंप्यूटर के शेयरों में शॉर्ट पोजिशन ली है, जिसका मतलब है कि उन्होंने कंपनी के शेयरों की गिरावट पर दांव लगाया है।