Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Mar, 2025 04:43 PM

वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल) ने बुधवार को कहा कि वह 2030 तक 30 प्रतिशत महिला प्रतिनिधित्व हासिल करने की राह पर है। इस समय हिंदुस्तान जिंक में 25 प्रतिशत से अधिक महिला कार्यबल हैं। हिंदुस्तान जिंक ने एक बयान में कहा कि इससे...
नई दिल्लीः वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल) ने बुधवार को कहा कि वह 2030 तक 30 प्रतिशत महिला प्रतिनिधित्व हासिल करने की राह पर है। इस समय हिंदुस्तान जिंक में 25 प्रतिशत से अधिक महिला कार्यबल हैं। हिंदुस्तान जिंक ने एक बयान में कहा कि इससे धातु, खनन और भारी इंजीनियरिंग के पारंपरिक रूप से पुरुष प्रधान उद्योगों में लैंगिक विविधता के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता की पुष्टि होती है।
कंपनी का दावा है कि वह भारत की पहली कंपनी है, जिसके पास महिला भूमिगत खदान प्रबंधक हैं। कंपनी ने देश में सबसे पहले महिला भूमिगत खदान बचाव दलों की स्थापना की है। कंपनी की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा, ‘‘हमारा दृष्टिकोण महत्वाकांक्षी होने के साथ ही स्पष्ट भी है - इस गति को तेजी से बढ़ाना और अगले पांच वर्षों में 30 प्रतिशत लैंगिक विविधता हासिल करना। खनन और धातुकर्म में करियर बनाने वाली महिलाओं की बढ़ती संख्या इस बदलाव का प्रमाण है।'' हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक है।