Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Jun, 2018 06:02 PM

आईसीआईसीआई बैंक ने पूर्व नौकरशाह गिरीश चंद्र चतुर्वेदी को अंशकालिक गैर-कार्यकारी चेयरमैन बनाया किया है। बैंक ने आज यह जानकारी दी। चतुर्वेदी वर्तमान चेयरमैन एम के शर्मा की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है।
बिजनेस डेस्कः आईसीआईसीआई बैंक ने पूर्व नौकरशाह गिरीश चंद्र चतुर्वेदी को अंशकालिक गैर-कार्यकारी चेयरमैन बनाया किया है। बैंक ने आज यह जानकारी दी। चतुर्वेदी वर्तमान चेयरमैन एम के शर्मा की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। चतुर्वेदी की नियुक्ति एक जुलाई 2018 से शुरू होगी। उनका कार्यकाल 3 वर्ष तक होगा।
कार्यभार संभालने की प्रतीक्षा में चतुर्वेदी
बैंक ने बयान में कहा है कि 1977 बैच के उत्तर प्रदेश संवर्ग के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) को एक जुलाई से 3 वर्ष के लिए नियुक्त किया गया है। चतुर्वेदी सरकारी सेवा से जनवरी 2013 में सेवानिवृत्त हुए थे। आईसीआईसीआईबैंक में अपनी नियुक्त पर चतुर्वेदी ने कहा कि वह नया कार्यभार संभालने की प्रतीक्षा में हैं लेकिन उनके लिए अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि बैंक के लिए उनकी प्राथमिकता या कार्य योजना क्या होगी।
घटनाओं से सीख लेनी चाहिए
उन्होंने कहा कि वह इस बात को नहीं मानते कि आईसीआईसीआई बैंक में अव्यवस्था है। हाल में जो घटनाक्रम सामने आए हैं, हमें उनसे सीखना चाहिए, उन्हें सुधारना चाहिए और आगे बढऩा चाहिए। मुझे यकीन है कि हम ऐसा करने में सक्षम होंगे। जनवरी 2013 में पेट्रोलियम सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए चतुर्वेदी वित्तीय सेवा विभाग में भी काम कर चुके हैं। यह विभाग बैंक और बीमा क्षेत्र का प्रशासनिक विभाग है। वह भौतिक शास्त्र में स्नातकोत्तर है तथा लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स से सामाजिक नीति का अध्ययन किया है। उन्हें आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से आर्थिक इतिहास विषय में डाक्टरेट की उपाधि भी मिली है। वह आईडीबीआई बैंक, केनरा बैंक और बैंक आफ बड़ोदा के निशकमंडल में काम कर चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि आईसीआईसीआई बैंक की मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर वीडियोकॉन समूह समेत कुछ अन्य कंपनियों को कर्ज देने में के मामले में लेनदेन और हितों के टकराव के आरोप में घिरी है। बैंक ने उनके खिलाफ एक जांच बिठा रही है और जांच तक जांच पूरी होने तक चंदा कोचर ने अवकाश पर रहने का फैसला किया है।