Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Jun, 2024 12:21 PM
लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अगुआई वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जीत मिली तो भारतीय शेयरों में विदेशी निवेश (FPI) फिर से आ सकता है। नोमूरा के विश्लेषकों का अनुमान है कि जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल किए जाने की तारीख (28 जून) तक...
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अगुआई वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जीत मिली तो भारतीय शेयरों में विदेशी निवेश (FPI) फिर से आ सकता है। नोमूरा के विश्लेषकों का अनुमान है कि जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल किए जाने की तारीख (28 जून) तक उनका साप्ताहिक निवेश डेट मार्केट में 1 से 2 अरब डॉलर रह सकता है।
दूसरी ओर, अगर भाजपा 2024 का चुनाव जीतने में नाकाम रहती है तो नोमूरा को कुछ हफ्तों में 30 अरब डॉलर से ज्यादा के विदेशी निवेश की निकासी की आशंका है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के भारी हस्तक्षेप की दरकार होगी। नोमूरा के नाथन श्रीबालासुंदरम ने हालिया नोट में कहा कि अप्रैल में बिकवाली के बाद आरबीआई ने हाल में अपने विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा बहाल किया है। हालांकि यह आवक अभी कम है। यह निवेश पूंजी खाते के निवेश का करीब से अनुसरण करता है। इक्विटी और बॉन्ड में एफपीआई का निवेश इसमें इजाफा कर रहा है।
हमें लगता है कि यह पूरी तरह चुनाव नतीजों की झलक देता है। भाजपा की जीत की स्थिति में हमें डॉलर वापस आने की उम्मीद है और चुनाव से इंडेक्स में शामिल किए जाने की तारीख तक हर सप्ताह करीब 1 से 2 अरब डॉलर निवेश आने का अनुमान है। नोमूरा के अनुसार आगामी हफ्तों में अंतरबैंक नकदी बढ़ाने के लिए आरबीआई विदेशी विनिमय में हस्तक्षेप कर सकता है। उसका कहना है कि यह मोटे तौर पर चुनाव नतीजों से संचालित होगा। नोमूरा ने कहा कि पिछले हफ्तों में एफपीआई ने छोटे आकार में सरकार के बॉन्ड में खरीद बहाल की है।