Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 May, 2018 03:48 PM
उर्वरक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इफको तथा इंडियन पोटाश लि. (आईपीएल) ने जॉर्डन की सबसे बड़ी खनन और रसायन कंपनी जेपीएमसी में 37 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण 900 करोड़ रुपए में किया है।
नई दिल्लीः उर्वरक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इफको तथा इंडियन पोटाश लि. (आईपीएल) ने जॉर्डन की सबसे बड़ी खनन और रसायन कंपनी जेपीएमसी में 37 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण 900 करोड़ रुपए में किया है। ये शेयर ब्रुनेई इन्वेस्टमेंट एजेंसी की इकाई कामिल होल्डिंग्स से की गई है। कामिल होल्डिंग्स, जॉर्डन फॉस्फेट माइंस कंपनी (जेपीएमसी) में सबसे बड़ी शेयरधारक है।
इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने कहा, ‘‘आईपीएल और इफको ने संयुक्त रूप से जेपीएमसी में 37 प्रतिशत हिस्सेदारी 13 करोड़ डॉलर या 900 करोड़ रुपए में खरीदी है। इस सौदे से भारतीय किसानों की फॉस्फेटिक भंडारण सुरक्षा सुनिश्चित होगी और देश में उर्वरकों के संतुलित इस्तेमाल में मदद मिलेगी। फॉस्फेटिक उर्वरक के लिए भारत आयात पर निर्भर है। अवस्थी ने बताया कि देश की सबसे बड़ी पोटाश उर्वरक आयातक आईपीएल ने 27 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है, जबकि इफको ने अपनी अनुषंगी किसान इंटरनेशनल ट्रेडिंग के जरिए जेपीएमसी में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है।
उन्होंने बताया कि जॉर्डन सरकार ने ब्रुनेई इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स को अपनी हिस्सेदारी भारतीय कंपनियों को बेचने की अनुमति दे दी है। इफको का पहले से ही संयुक्त उद्यम जॉर्डन इंडिया र्फिटलाइजर कंपनी (जिफको) है। इसमें उसकी 52 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि जेपीएमसी के पास 48 प्रतिशत हिस्सेदारी है।