Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Jul, 2024 10:39 AM
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वित्तीय वर्ष 2024-25 को लेकर भारत की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान में बढ़ोतरी है। इसकी वजह आईएमएफ ने मंगलवार को विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार बताई। आईएमएफ के ताजा अनुमान में जीडीपी ग्रोथ दर 6.5% से बढ़ाकर...
बिजनेस डेस्कः अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वित्तीय वर्ष 2024-25 को लेकर भारत की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान में बढ़ोतरी है। इसकी वजह आईएमएफ ने मंगलवार को विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार बताई। आईएमएफ के ताजा अनुमान में जीडीपी ग्रोथ दर 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दी गई है। जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार के कारण 2024-25 के लिए भारत के विकास अनुमान को 6.8% से बढ़ाकर 7% कर दिया। इससे पहले अप्रैल में आईएमएम ने जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% किया था।
मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में ही एक बार फिर से आईएमएफ ने जीडीपी ग्रोथ रेट में वृद्धि को रिवाइज किया है। जिससे भारत की आर्थिक सुधार की दिशा में वृद्धि का संकेत मिलता है।
जनवरी में GDP वृद्धि दर 6.5% रहने का था अनुमान
आईएमएफ ने आर्थिक वृद्धि दर वर्ष 2024 में 6.8% रहने का अनुमान है जबकि आईएमएफ ने अपनी जनवरी की रिपोर्ट में 2024 के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। इसी अवधि में चीन की वृद्धि दर 4.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
तेज रफ्तार से बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था
आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस तरह भारत दुनिया की सबसे तेज रफ्तार से बढ़ रही अर्थव्यवस्था बना हुआ है। जबकि आईएमएफ ने 2025 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
वैश्विक आर्थिक वृद्धि की रफ्तार पुरानी गति से बढ़ेगी
आईएमएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक आर्थिक वृद्धि वर्ष 2024 और 2025 में भी पुरानी रफ्तार से जारी रहने का अनुमान है। वर्ष 2025 में अनुमानित वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर 3.2 % रहने का अनुमान लगाया गया है।