Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Sep, 2024 02:24 PM
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने वालों के लिए जरूरी अपडेट आया है। अक्टूबर की पहली तारीख से सेंट्रल डिपॉजिटोरीज सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) में चार्जेज में बड़ा बदलाव होने वाला है। कंपनी ने यूनिफॉर्म टैरिफ का ऐलान किया है, जो सीधे तौर पर...
बिजनेस डेस्कः म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने वालों के लिए जरूरी अपडेट आया है। अक्टूबर की पहली तारीख से सेंट्रल डिपॉजिटोरीज सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) में चार्जेज में बड़ा बदलाव होने वाला है। कंपनी ने यूनिफॉर्म टैरिफ का ऐलान किया है, जो सीधे तौर पर निवेशकों की जेब पर असर डालेगा। नई दरें 1 अक्टूबर से लागू होंगी और इसके चलते CDSL के शेयरों में भी हलचल देखने को मिल रही है।
CDSL ने यूनिफॉर्म टैरिफ में बदलाव की जानकारी दी
CDSL द्वारा जारी ताजा जानकारी के अनुसार, 1 अक्टूबर से यूनिफॉर्म टैरिफ में परिवर्तन किया जाएगा। बता दें कि मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के आदेश के बाद सभी कंपनियां, डिपॉजिटरीज और एक्सचेंज अपने टैरिफ प्लान को रिव्यू कर रही हैं। इसके तहत CDSL ने 3.50 रुपए/डेबिट ट्रांजैक्शन टैरिफ का ऐलान किया है।
CDSL द्वारा किए गए बदलाव
सीडीएसएल ने म्यूचुअल फंड और बॉन्ड इश्यू पर प्रति ट्रांजैक्शन 0.25 रुपए की छूट की पेशकश की है। इसके साथ ही महिला खातों पर भी 0.25 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन की छूट पहले की तरह जारी रहेगी। इससे पहले CDSL की प्रति डेबिट लेनदेन दर 3.75 रुपए से 5.5 रुपए के बीच थी।
डिपॉजिटरीज का कार्य
भारत में सेंट्रल डिपॉजिटरीज सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) दो प्रमुख डिपॉजिटरीज हैं। ये दोनों डिपॉजिटरी विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटीज जैसे कि इक्विटीज, बॉन्ड्स और ईटीएफ्स को संभालती हैं।
MCX ने भी किए चार्जेज में बदलाव
दो दिन पहले ही मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) ने भी ऑप्शन के ट्रांजैक्शन चार्जेज को लेकर ऐलान किया था। MCX ने ट्रांजैक्शन चार्जेज को रिवीजन करके बराबर किया था। सेबी ने सभी को 1 अक्टूबर 2024 तक की समयावधि दी है।
CDSL के बारे में जानिए
डिपॉजिटरी सेवाएं प्रदान करने में CDSL भारतीय इक्विटी बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखने और ट्रांसफर करने की सुविधा उपलब्ध कराती है। डीमैट खातों के मामले में कंपनी की बाज़ार हिस्सेदारी कम है जबकि इस मामले में NSDL की बाज़ार हिस्सेदारी सबसे अधिक है। CDSL एशिया की एकमात्र लिस्टेड डिपॉजिटरी सेवा है, जिसका मार्केट कैप लगभग 31,300 करोड़ रुपए है।