Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Nov, 2024 01:24 PM
अपनी बढ़ती आर्थिक शक्ति के साथ भारत ने दुनिया के सबसे बड़े विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) वाले देशों की सूची में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। अब भारत चीन, जापान और स्विट्ज़रलैंड के बाद विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में...
बिजनेस डेस्कः अपनी बढ़ती आर्थिक शक्ति के साथ भारत ने दुनिया के सबसे बड़े विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) वाले देशों की सूची में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। अब भारत चीन, जापान और स्विट्ज़रलैंड के बाद विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में चौथे नंबर पर पहुंच गया है। एक समय था जब भारत की अर्थव्यवस्था को 'कमजोर पांच' देशों की श्रेणी में रखा जाता था लेकिन भारत ने इस स्थिति से उबारते हुए खुद को सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था में तब्दील कर लिया है, जो अन्य विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है।
यह भी पढ़ें: दिवाली पर एक झटके में कमाए ₹9,00,23,23,77,970, जानिए किस रईस पर मेहरबान हुई लक्ष्मी
कितना हो गया मुद्रा विदेशी भंडार
आज भारत न केवल दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, बल्कि विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भी एक नया रिकॉर्ड बनाया है। इतिहास में पहली बार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, 27 सितंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक हफ्ते में 12.588 बिलियन डॉलर बढ़कर 704.885 बिलियन डॉलर के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया।
पिछले महीने आई गिरावट
हालांकि पिछले महीने विदेशी मुद्रा भंडार ऑल-टाइम हाई से नीचे आया है। संभावना है कि ये गिरावट रुपए में तेज गिरावट को रोकने के लिए आरबीआई के हस्तक्षेप के कारण आई है। विदेशी मुद्रा भंडार का हाई बफर डोमेस्टिक इकोनॉमिक एक्टिविटी को वैश्विक झटकों से बचाने में मदद करता है। अनुमानों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अब अनुमानित आयात के एक वर्ष या उससे अधिक को कवर करने के लिए पर्याप्त है। विदेशी मुद्रा भंडार फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व किसी देश के केंद्रीय बैंक या मोनेटरी अथॉरिटी के पास मौजूद संपत्तियां होती हैं।
यह भी पढ़ें: Holiday List: दिवाली के बाद आ गई लगातार 4 छुट्टियां, देखें पूरी लिस्ट
अब कितना है भारत का विदेशी मुद्रा भंडार
आरबीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 25 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.463 बिलियन डॉलर घटकर 684.805 बिलियन डॉलर रह गया। उससे पिछले सप्ताह में ये 2.163 बिलियन डॉलर घटकर 688.267 बिलियन डॉलर रह गया था। इतने रिजर्व पर भी भारत चौथे नंबर पर है। सितंबर के अंत में, भंडार 704.885 बिलियन डॉलर के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था।
किस करेंसी में होता है विदेशी मुद्रा भंडार
विदेशी मुद्रा भंडार आम तौर पर रिजर्व करेंसीज में रखी जाती हैं, अमेरिकी डॉलर और कुछ हद तक यूरो, जापानी येन और पाउंड स्टर्लिंग में। RBI विदेशी मुद्रा बाजारों पर बारीकी से नज़र रखता है। रुपए की वैल्यू में भारी गिरावट को रोकने के लिए RBI अक्सर डॉलर की बिक्री समेत लिक्विडिटी मैनेजमेंट के जरिए बाजार में हस्तक्षेप करता है।