Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Jan, 2025 01:00 PM
दुनियाभर की अन्य एजेंसियों और संगठनों के बाद अब विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने भी प्रौद्योगिकी विकास में भारत के मजबूत रफ्तार से आगे बढ़ने की तारीफ की है। डब्ल्यूईएफ ने कहा, भारत प्रौद्योगिकी विकास के दौर में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती...
नई दिल्लीः दुनियाभर की अन्य एजेंसियों और संगठनों के बाद अब विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने भी प्रौद्योगिकी विकास में भारत के मजबूत रफ्तार से आगे बढ़ने की तारीफ की है। डब्ल्यूईएफ ने कहा, भारत प्रौद्योगिकी विकास के दौर में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है। साथ ही, स्टार्टअप और डिजिटल नवाचार के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में सबसे आगे खड़ा है।
भारत में विश्व आर्थिक मंच के संपर्क कार्यालय सेंटर फॉर द फोर्थ इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन (सी4आईआर) इंडिया ने दावोस में डब्ल्यूईएफ की सालाना बैठक-2025 के उद्घाटन दिवस पर सोमवार को अपनी छह साल की यात्रा को लेकर रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट की प्रस्तावना में कहा गया है कि भारत विकास के प्रतिमान को आगे बढ़ा रहा है, जहां प्रौद्योगिकी कोई बाधा नहीं है, बल्कि यह समावेशी भलाई के लिए एक पुल के रूप में काम करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में सी4आईआर इंडिया केंद्र का उद्घाटन किया था। सामाजिक भलाई एवं उन्नति के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों को जिम्मेदारी से और समावेशी रूप से इस्तेमाल करने की भारत की प्रतिबद्धता के रूप में इसे शुरू किया गया था।
भारत के साथ साझेदारी पर गर्व
डब्ल्यूईएफ ने कहा, आज सी4आईआर इंडिया सिर्फ नवाचार का ही नहीं, बल्कि विश्व आर्थिक मंच का एक प्रमुख केंद्र है। यह प्रभावशाली और जमीनी परिणामों के साथ प्रौद्योगिकी संचालित विकास के दृष्टिकोण का उदाहरण है। हमें अधिक मानव केंद्रित, पर्यावरण अनुकूल और मजबूत भविष्य को आकार देने में भागीदार के रूप में भारत के साथ कार्य करने पर गर्व है।
40 साल से भी अधिक पुराने हैं संबंध
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के साथ डब्ल्यूईएफ की साझेदारी 40 साल से भी अधिक पुरानी है। पिछले चार दशक में यह संबंध राष्ट्रीय सरकार, कई राज्य सरकारों, बड़े उद्योगों के प्रमुखों, नागरिक समाज एवं अग्रणी विशेषज्ञों सहित अन्य महत्वपूर्ण पक्षों के साथ एक मजबूत, बहुआयामी और सार्थक सहयोग के रूप में विकसित हुआ है। इसके परिणामस्वरूप सामाजिक भलाई के लिए कई महत्वपूर्ण पहल हुई हैं।