Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Nov, 2024 03:44 PM
साल 2024 में भारत के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) बाजार ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है और अब यह अमरीका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा IPO बाजार बन चुका है। जापान और जर्मनी आसपास भी दिखाई नहीं दे रहे हैं। मतलब साफ है कि साल 2024 में भारत में आईपीओ के...
बिजनेस डेस्कः साल 2024 में भारत के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) बाजार ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है और अब यह अमरीका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा IPO बाजार बन चुका है। जापान और जर्मनी आसपास भी दिखाई नहीं दे रहे हैं। मतलब साफ है कि साल 2024 में भारत में आईपीओ के नाम रहा है। इस साल अब तक भारतीय कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से कुल 1.19 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं, जो 2021 में बने पहले के रिकॉर्ड 1.18 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक है। वहीं अमरीका में इस साल कंपनियों ने 26.3 बिलियन डॉलर (लगभग 2 लाख करोड़ रुपए) जुटाए हैं, जो कि सबसे अधिक है। भारत ने इस साल दुनिया के तीसरे सबसे बड़े आईपीओ बाजार चीन को भी पछाड़ दिया है, जहां कंपनियां 10.7 बिलियन डॉलर (करीब 88 हजार करोड़ रुपए) ही जुटा पाई हैं।
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IPO बाजार में भारत का अभूतपूर्व प्रदर्शन
स्विगी के 11,300 करोड़ रुपए के आईपीओ और एसीएमई सोलर के 2,900 करोड़ रुपए के ऑफर फॉर सेल (OFS) के साथ भारत के प्राइमरी बाजार ने एक नया माइलस्टोन तय किया। अब तक 2024 में आईपीओ से जुटाई गई रकम 1.19 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो चुकी है और दिसंबर तक कई अन्य आईपीओ जारी होने की उम्मीद है, जिससे यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
अमेरिका-चीन के बाद भारत का IPO बाजार
भारत के आईपीओ बाजार ने अमेरिका के बाद दूसरा स्थान हासिल किया है। रिफ़िनिटिव के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में 2024 में आईपीओ से 26.3 बिलियन डॉलर जुटाए गए, जबकि भारत 14 बिलियन डॉलर से ज्यादा जुटा चुका है। चीन तीसरे स्थान पर है, जहां कंपनियों ने 10.7 बिलियन डॉलर जुटाए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल प्राइमरी बाजार में मजबूत निवेश की वजह से आईपीओ में जबरदस्त मांग देखी जा रही है।
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बड़ी कंपनियों के IPO
इस साल के सबसे बड़े आईपीओ में हुंडई मोटर्स का आईपीओ था, जिसने 27,870 करोड़ रुपए जुटाए, जो 2021 में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ द्वारा बनाए गए 21,008 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड को तोड़ता है। इसके अलावा स्विगी और ओला इलेक्ट्रिक जैसे नामी कंपनियों ने भी बड़े आईपीओ के जरिए निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त, बजाज हाउसिंग, शापूरजी पालोनजी और एफकॉन्स इंफ्रा जैसे बड़े आईपीओ भी इस साल की सूची में शामिल हैं।
IPO से दोगुना रिटर्न देने वाली कंपनियां
2024 में अब तक जिन 68 कंपनियों के आईपीओ आए, उनमें से 49 कंपनियों के शेयर अपने ऑफर प्राइस से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं, जबकि 19 कंपनियों के शेयर ऑफर प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं। कुछ कंपनियों ने तो लिस्टिंग के बाद अपने ऑफर प्राइस से दोगुना रिटर्न दिया है, जैसे ज्योति सीएनसी, प्लैटिनम इंडस्ट्रीज, केआरएन हीट और एक्सिकॉम टेली-सिस्टम्स।
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डीमैट खातों में रिकॉर्ड वृद्धि
2024 के अक्टूबर माह में भारत में डीमैट अकाउंट्स की कुल संख्या 179 मिलियन (17.9 करोड़) तक पहुंच गई है। इस साल में लगभग 35 मिलियन (3.5 करोड़) नए डीमैट खाते खोले गए हैं, जिससे आईपीओ बाजार में रिटेल और एचएनआई निवेशकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
यह पूरी रिपोर्ट दिखाती है कि भारतीय आईपीओ बाजार अपनी मजबूती और निवेशकों के भरोसे के साथ एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है।