Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 May, 2024 11:08 AM
कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक और नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर उदय कोटक ने कहा कि भारत तेजी से निवेशकों का देश बन रहा है। यह बदलाव काफी उत्साहजनक है। पैनल में बातचीत के दौरान कोटक ने कहा कि अगर भारत को अपने भविष्य को वित्त पोषित करना है तो पूंजीगत...
बिजनेस डेस्कः कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक और नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर उदय कोटक ने कहा कि भारत तेजी से निवेशकों का देश बन रहा है। यह बदलाव काफी उत्साहजनक है। पैनल में बातचीत के दौरान कोटक ने कहा कि अगर भारत को अपने भविष्य को वित्त पोषित करना है तो पूंजीगत बाजार इसके लिए एक विशाल इंजन है। ये बातें उन्होंने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक बिजनेस समिट में कही। उन्होंने आगे कहा कि म्यूचुअल फंड में एसआईपी तेजी से बढ़ रही है और एयूएम में भी काफी तेजी से इजाफा हो रहा है। हमें पूंजी आधारित बाजार बनाने की इच्छा को लेकर स्पष्ट होना होगा लेकिन हम बाजार की स्थिरता को नहीं छोड़ सकते। हमने अपने बाजारों में वृद्धि देखी है। हमें फंडामेंटल का ध्यान रखना होगा, क्योंकि स्टॉक बाजार का आखिरी उद्देश्य पूंजी बनाना होता है।
शेयर मार्केट बनेगा कंपनियों का इंजन
इसलिए, अटकलें, लेन-देन, मात्रा में वृद्धि इस मूलभूत लक्ष्य के लिए महत्वपूर्ण साधन हैं कि यह देश के विकास के लिए पूंजी जुटाने की इच्छुक कंपनियों के लिए इंजन होनी चाहिए।" कोटक ने आगे कहा कि भारत में निवेशकों का विकास होना चाहिए और उन्हें शेयर बाजार में पूंजी बनाने के पूरे मौके मिलने चाहिए। जोखिम को कम करने के लिए मध्यस्थता होना भी शेयर मार्केट के विकास के लिए अनिवार्य है।
देश ने काफी तरक्की की
भारत के 16वें वित्त कमीशन के चेयरमैन, अरविंद पनगढ़िया ने ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्थाओं के एकीकरण के मुद्दे पर कहा कि हमने पिछले दो दशकों में काफी तरक्की की है। पिछले दो दशकों में डॉलर ने 7.9 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। इस दौरान हमने वित्तीय संकट और कोविड जैसी महामारी का सामना किया है। अभी हमारी अर्थव्यवस्था, जिस दर से बढ़ रही है, 2027-28 तक हम देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।