Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Aug, 2024 03:10 PM
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था का भी उल्लेख किया और कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी...
बिजनेस डेस्कः स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था का भी उल्लेख किया और कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हालांकि, यह यात्रा थोड़ी लंबी हो सकती है क्योंकि जापान की अर्थव्यवस्था ने हाल ही में अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछली तिमाही में देश की इकॉनमी में गिरावट आई थी। अभी जापान दुनिया की चौथी और जर्मनी तीसरी बड़ी इकॉनमी है। तीसरे नंबर पर पहुंचने के लिए भारत को इन दोनों को पार करना होगा। भारत अभी पांचवें नंबर पर है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून की अवधि में जापान की जीडीपी ग्रोथ 0.8% रही जबकि एनालिस्ट्स 0.6 फीसदी तेजी की उम्मीद कर रहे थे। देश की जीडीपी में पहली तिमाही में 0.6 फीसदी गिरावट आई थी। घरेलू मांग में तेजी के साथ सरकारी और निजी निवेश में तेजी से देश की इकॉनमी फिर से पटरी पर लौटी है। इस दौरान एक्सपोर्ट में भी 5.9% की शानदार बढ़ोतरी हुई है। दूसरे देशों की तरह जापान महंगाई का सामना नहीं कर रहा है। यही वजह है कि बैंक ऑफ जापान ने कई साल के बाद आखिरकार ब्याज दरों को बढ़ाना शुरू कर दिया है।
भारत का व्यापार घाटा बढ़ा
इस बीच जुलाई में भारत का व्यापार घाटा बढ़कर 23.5 अरब डॉलर पहुंच गया। इस दौरान निर्यात मामूली रूप से घटकर 34 अरब डॉलर रह गया जबकि तेल शिपमेंट में तेज वृद्धि के कारण आयात 7.5% बढ़कर 57.5 अरब डॉलर हो गया। जुलाई के दौरान निर्यात में 1.4% की गिरावट आई। चार महीने में पहली बार देश से एक्सपोर्ट में गिरावट आई है। पेट्रोल और डीजल के निर्यात में 22% और रत्न और आभूषण के एक्सपोर्ट में 20% गिरावट आई है।
इसके विपरीत आयात के मोर्चे पर जुलाई में कच्चे तेल का इम्पोर्ट 17% से अधिक बढ़कर 13.9 अरब डॉलर पहुंच गया। सोने का आयात 10.7% घटकर 3.1 अरब डॉलर रह गया। भारत की इकॉनमी 7% से अधिक की दर से बढ़ रही है इसलिए देश में कच्चे तेल की अच्छी मांग बनी हुई है। चीन के साथ व्यापार घाटा बढ़ने के बावजूद इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे कई क्षेत्रों में आयात में बढ़ोतरी हुई है।
भारत की इकॉनमी
आईएमएफ के मुताबिक साल 2029 तक भारत दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनमी बन जाएगा। तब भारत की जीडीपी का साइज 6.44 ट्रिलियन डॉलर होगा। यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी जर्मनी 5.36 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे और जापान 4.94 ट्रिलियन डॉलर के साथ पांचवें नंबर पर होगा। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही इकॉनमी है। Forbes के मुताबिक अभी अमेरिका ($28.783 ट्रिलियन) पहले, चीन ($18.536 ट्रिलियन) दूसरे, जर्मनी ($4.590 ट्रिलियन) तीसरे और जापान ($4.112 ट्रिलियन) चौथे नंबर पर है। भारत की इकॉनमी का साइज अभी $3.942 ट्रिलियन डॉलर है।