Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Jan, 2025 02:06 PM
भारत का कॉफी उत्पादन और निर्यात तेज़ी से बढ़ रहा है और यह वैश्विक बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। पिछले दो वर्षों में कॉफी निर्यात दोगुना होकर 1.29 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। भारत के प्रमुख कॉफी उत्पादक राज्य कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु हैं,...
बिजनेस डेस्कः भारत का कॉफी उत्पादन और निर्यात तेज़ी से बढ़ रहा है और यह वैश्विक बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। पिछले दो वर्षों में कॉफी निर्यात दोगुना होकर 1.29 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। भारत के प्रमुख कॉफी उत्पादक राज्य कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु हैं, जिनमें सबसे अधिक उत्पादन होता है। इसके साथ ही भारत वैश्विक स्तर पर कॉफी उत्पादन में सातवें स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय कॉफी बोर्ड ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें शुरू की हैं और किसानों को अधिक लाभ दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
भारत की कॉफी दुनिया भर में पसंद की जा रही है और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, कॉफी का निर्यात वित्त वर्ष 2023-24 में लगभग दोगुना बढ़कर 1.29 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो 2020-21 में 719.42 मिलियन डॉलर था। इस निर्यात में रोस्टेड और इंस्टेंट कॉफी का प्रमुख योगदान है, और भारतीय कॉफी की बढ़ती मांग के कारण निर्यात में वृद्धि देखी गई है।
घरेलू बाजार में भी कॉफी की खपत में भारी उछाल आया है। कैफे संस्कृति के बढ़ने, खर्च करने योग्य आय में वृद्धि और चाय की तुलना में कॉफी को प्राथमिकता मिलने के कारण घरेलू खपत में निरंतर वृद्धि हो रही है। 2012 में 84,000 टन कॉफी की खपत 2023 में 91,000 टन तक पहुंच गई है, जो कॉफी के प्रति बढ़ते शौक और इसकी दैनिक जीवन में अहम भूमिका को दर्शाता है।
भारत के प्रमुख कॉफी उत्पादक राज्य कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु हैं। कर्नाटक 2022-23 में 248,020 टन के उत्पादन के साथ सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। इसके बाद केरल और तमिलनाडु हैं, जो क्रमशः 73,000 टन और 19,000 टन कॉफी का उत्पादन करते हैं। इन क्षेत्रों में छायादार बागान होने के कारण प्राकृतिक पर्यावरण का संरक्षण भी किया जाता है।
वैश्विक स्तर पर, भारत कॉफी उत्पादन में सातवें स्थान पर है, और ब्राजील, वियतनाम, और कोलंबिया जैसे देशों के बाद इसका स्थान है। 2023-24 में भारत का उत्पादन 4% है, जो वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण योगदान है।