Edited By rajesh kumar,Updated: 31 Oct, 2024 05:30 PM
देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर सितंबर महीने में सुस्त पड़कर दो प्रतिशत पर आ गई है। एक साल पहले समान महीने में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 9.5 प्रतिशत बढ़ा था।
नई दिल्ली: देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर सितंबर महीने में सुस्त पड़कर दो प्रतिशत पर आ गई है। एक साल पहले समान महीने में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 9.5 प्रतिशत बढ़ा था। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर सालाना आधार पर भले ही कम हो गई, लेकिन अगस्त की तुलना में बुनियादी उद्योगों का प्रदर्शन सुधरा है।
अगस्त, 2024 में बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में सालाना आधार पर 1.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि, आठ प्रमुख क्षेत्रों में कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और बिजली क्षेत्र ने सितंबर के महीने में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की। समीक्षाधीन माह में सीमेंट और रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन क्रमशः 7.1 प्रतिशत और 5.8 प्रतिशत बढ़ा। बुनियादी क्षेत्र के प्रमुख उद्योगों की वृद्धि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कुल 4.2 प्रतिशत रही है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 8.2 प्रतिशत थी। आठ बुनियादी उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली क्षेत्र शामिल हैं।
बुनियादी उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में भारांश 40.27 प्रतिशत है। रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने इन आंकड़ों पर कहा कि खनन और बिजली जैसे क्षेत्रों पर बारिश से होने वाला व्यवधान कम होने से सितंबर में बुनियादी क्षेत्र के प्रदर्शन में सुधार हुआ। इस दौरान सीमेंट उत्पादन में वृद्धि छह महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गई। नायर ने कहा, ‘‘इक्रा ने सितंबर, 2024 में आईआईपी आंकड़े में तीन से पांच प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है। बिजली और खनन उत्पादन में मामूली कमी के साथ अनुकूल आधार प्रभाव और जीएसटी ई-वे बिल में तेज वृद्धि को त्योहारी मौसम से पहले की गतिविधियों का भी समर्थन होगा।''