Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Jun, 2024 02:04 PM
भारत का समुद्री खाद्य पदार्थ निर्यात बीते वित्त वर्ष (2023-24) में मात्रा के लिहाज से तीन प्रतिशत बढ़ गया है जबकि मूल्य के हिसाब से यह लगभग आठ प्रतिशत गिरा है। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। मात्रा के लिहाज से निर्यात
नई दिल्लीः भारत का समुद्री खाद्य पदार्थ निर्यात बीते वित्त वर्ष (2023-24) में मात्रा के लिहाज से तीन प्रतिशत बढ़ गया है जबकि मूल्य के हिसाब से यह लगभग आठ प्रतिशत गिरा है। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। मात्रा के लिहाज से निर्यात 2023-24 के दौरान बढ़कर 17,81,602 टन हो गया है और इसकी कीमत 7.38 अरब डॉलर है। वहीं 2022-23 में यह 17,35,286 टन था और इसकी कीमत आठ अरब डॉलर थी।
समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) के चेयरमैन डी वी स्वामी ने कहा, “भारत ने 17,81,602 टन समुद्री खाद्य पदार्थ का निर्यात करके मात्रा के मामले में अबतक का सबसे ऊंचा आंकड़ा दर्ज किया। हालांकि, अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन जैसे इसके प्रमुख निर्यात बाजारों में कई चुनौतियां हैं।” मंत्रालय ने कहा कि 4.88 अरब डॉलर के निर्यात के साथ ‘फ्रोजन' झींगा समुद्री खाद्य निर्यात में सबसे ऊपर कायम है। इसकी मात्रा में 40.19 प्रतिशत और डॉलर के संदर्भ में 66.12 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। मंत्रालय ने कहा कि ब्लैक टाइगर झींगा के निर्यात में भी अच्छी वृद्धि दर्ज की गई।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, “दूसरी सबसे बड़ी निर्यात की गई वस्तु ‘फ्रोजन' मछली रही। इसका 6.71 अरब डॉलर का निर्यात हुआ, जो मात्रा में 21.42 प्रतिशत और डॉलर की कमाई में 9.09 प्रतिशत हिस्सा है। डॉलर के संदर्भ में ये निर्यात 2023-24 में 2.31 प्रतिशत घट गया।”