Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Mar, 2025 03:01 PM

भारत के सॉफ्टवेयर और आईटी सेवाओं का निर्यात वित्तीय वर्ष 2023-24 में निरंतर वृद्धि के साथ 200 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ESC) की नई रिपोर्ट के अनुसार, यह पिछले वर्ष के 193 अरब डॉलर की...
बिजनेस डेस्कः भारत के सॉफ्टवेयर और आईटी सेवाओं का निर्यात वित्तीय वर्ष 2023-24 में निरंतर वृद्धि के साथ 200 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ESC) की नई रिपोर्ट के अनुसार, यह पिछले वर्ष के 193 अरब डॉलर की तुलना में 3.63 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
आईटी क्षेत्र की मजबूती और डिजिटल अर्थव्यवस्था में योगदान
इस स्थिर वृद्धि ने भारत के आईटी क्षेत्र की मजबूती और डिजिटल अर्थव्यवस्था में इसके महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाया है। रिपोर्ट में क्षेत्रीय स्तर पर भारत के सॉफ्टवेयर निर्यात के योगदान को भी उजागर किया गया है:
- दक्षिणी क्षेत्र: 131.1 अरब डॉलर (कुल निर्यात का 65.55%)
- पश्चिमी क्षेत्र: 34.1 अरब डॉलर (17.05%)
- उत्तरी क्षेत्र: 30.78 अरब डॉलर (15.39%)
- पूर्वी क्षेत्र: 4.02 अरब डॉलर (2.01%)
भारत की आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री का वैश्विक प्रभाव
भारत की आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री ने वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है। रिपोर्ट के अनुसार, कुशल कार्यबल, लागत लाभ और अनुकूल कारोबारी माहौल के कारण कई वैश्विक कंपनियां भारत की ओर आकर्षित हो रही हैं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग (ML) और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी नई तकनीकों का विकास भारत को एक वैश्विक डिजिटल लीडर के रूप में स्थापित कर रहा है।
भारत बना वैश्विक आउटसोर्सिंग हब
ESC के चेयरमैन वीर सागर ने कहा, "भारत का कुशल प्रबंधकीय और तकनीकी कार्यबल वैश्विक मानकों पर खरा उतर रहा है, जिससे देश आईटी सेवाओं के लिए दुनिया का प्रमुख आउटसोर्सिंग हब बनता जा रहा है।" उन्होंने आगे बताया कि आईटी सॉफ्टवेयर और सेवाओं, सॉफ्टवेयर उत्पाद विकास और बीपीओ सेवाओं में तेजी से हो रही वृद्धि इस रुझान के मुख्य कारक हैं।
अमेरिका सबसे बड़ा बाजार, चीन भी सूची में शामिल
ESC के ग्लोबल आउटरीच चेयरमैन संदीप नरूला ने कहा कि 2023-24 में भारत के प्रमुख सॉफ्टवेयर निर्यात बाजार निम्नलिखित रहे:
- अमेरिका – 109.40 अरब डॉलर (54.70%)
- यूके – 28.70 अरब डॉलर (14.35%)
- सिंगापुर – 7 अरब डॉलर (3.50%)
- चीन – 5.50 अरब डॉलर (2.75%)
उन्होंने कहा कि "भारत की आईटी इंडस्ट्री वैश्विक सॉफ्टवेयर निर्यात में अग्रणी बनी हुई है।" भारत की यह निरंतर वृद्धि देश को वैश्विक आईटी और डिजिटल नवाचारों का केंद्र बना रही है, जिससे आने वाले वर्षों में और अधिक अवसर पैदा होने की संभावना है।