Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Mar, 2025 04:33 PM

गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को 2024 में 1.96 बिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ, जो रियल एस्टेट सेक्टर में कुल संस्थागत निवेश का 29% है। वेस्टियन की रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में निवेश प्रवाह...
नई दिल्लीः गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को 2024 में 1.96 बिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ, जो रियल एस्टेट सेक्टर में कुल संस्थागत निवेश का 29% है। वेस्टियन की रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में निवेश प्रवाह साल-दर-साल 203% बढ़ा, जो तेजी से बढ़ते त्वरित वाणिज्य (क्विक कॉमर्स) क्षेत्र और वेयरहाउस की मांग से प्रेरित है।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा वेयरहाउसिंग स्पेस का अवशोषण
इस मांग में उछाल के परिणामस्वरूप, 2024 में कुल 44.9 मिलियन वर्ग फीट का रिकॉर्ड अवशोषण हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19% की वृद्धि दर्शाता है। उल्लेखनीय रूप से, 2024 की दूसरी छमाही में 28.3 मिलियन वर्ग फीट का अवशोषण दर्ज किया गया, जो कि पहली छमाही (H1 2024) की तुलना में 70% अधिक था। यह अब तक किसी एक कैलेंडर वर्ष में दर्ज किया गया सबसे अधिक अवशोषण है।
वेस्टियन के सीईओ श्रीनिवास राव (FRICS) ने कहा, "निवेशकों की सकारात्मक भावनाओं, केंद्रीय बजट 2025-26 में की गई घोषणाओं और मजबूत घरेलू मांग के कारण भारत एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स हब के रूप में उभर रहा है।"
सरकारी नीतियों से वेयरहाउसिंग सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा
भारत सरकार के मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर निरंतर ध्यान देने से इस क्षेत्र को और अधिक बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार:
✔️ थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स (3PL) कंपनियों ने 2024 में कुल वेयरहाउसिंग स्पेस का 33% अवशोषित किया।
✔️ इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 2023 के 18% से बढ़कर 2024 में 24% हो गई।
✔️ यह वृद्धि "प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना" और "मेक इन इंडिया" जैसी सरकारी पहलों के कारण हुई।
मुंबई और पुणे में अवशोषण में सबसे अधिक उछाल
✔️ मुंबई ने 2024 में 18.6 मिलियन वर्ग फीट का सबसे अधिक वेयरहाउसिंग स्पेस अवशोषण दर्ज किया, जो 2023 की तुलना में 82% अधिक था।
✔️ पुणे में 85% की वृद्धि हुई, जो शीर्ष सात शहरों में सबसे अधिक थी।
✔️ नवी मुंबई हवाई अड्डे के निर्माण और इंटरसिटी कनेक्टिविटी में सुधार ने इस वृद्धि को गति दी।
✔️ चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता का 2024 में कुल वेयरहाउसिंग स्पेस अवशोषण में 15% हिस्सा था, जो 2023 में 22% था, यानी इसमें गिरावट दर्ज की गई।
भारतीय वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में यह तेज वृद्धि बढ़ते ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और सरकार की व्यापार अनुकूल नीतियों का परिणाम है। आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में और भी अधिक निवेश और विस्तार की उम्मीद की जा रही है।