Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Jul, 2024 02:27 PM
भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। दो महीने की मंदी के बाद जून में विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधि में उछाल आया तो वहीं जीएसटी कलेक्शन भी मजबूत रहा। पिछले साल के उच्च आधार से इस महीने में यात्री कार की...
बिजनेस डेस्कः भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। दो महीने की मंदी के बाद जून में विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधि में उछाल आया तो वहीं जीएसटी कलेक्शन भी मजबूत रहा। पिछले साल के उच्च आधार से इस महीने में यात्री कार की बिक्री में और वृद्धि हुई। हालांकि, इस तिमाही में भीषण गर्मी ने कुछ क्षेत्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
जीएसटी कलेक्शन बढ़ा
जून में जीएसटी कलेक्शन 8% बढ़कर 1.74 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो एक साल पहले 1.61 लाख करोड़ रुपए था। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
उद्योग के अनुमानों के अनुसार, पिछले महीने कुल 3,40,784 यात्री वाहनों की बिक्री हुई जो जून, 2023 के 3,28,710 वाहनों की तुलना में 3.67 प्रतिशत अधिक है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
जून में बढ़ी भारत की मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ
एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक' (पीएमआई) जून में बढ़कर 58.3 हो गया जो मई में 57.5 था। एचएसबीसी की वैश्विक अर्थशास्त्री मैत्रेयी दास ने कहा, ‘‘कंपनियों ने 19 वर्षों में सबसे तेज गति से अपनी नियुक्तियां बढ़ाईं। जून में कच्चे माल की खरीद भी बढ़ी।'' इस बीच, जून में नए निर्यात ठेकों में काफी वृद्धि हुई। कंपनियों ने विदेशों से नए काम के आने का श्रेय एशिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, यूरोप और अमेरिका से बेहतर मांग को दिया। एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण पीएमआई को एसएंडपी ग्लोबल ने करीब 400 कंपनियों के एक समूह में क्रय प्रबंधकों को भेजे गए सवालों के जवाबों के आधार पर तैयार किया है।'' पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
ऑल टाइम हाई पर पहुंचा बाजार
शेयर बाजार अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया सोमवार को सेंसेक्स 79,476 के स्तर पर बंद हुआ। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
यूपीआई लेनदेन मई में 14 मिलियन से थोड़ा कम होकर जून में 13.9 मिलियन हो गया। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
सरकारी तेल कंपनियों के अनुसार जून में पेट्रोल की बिक्री में साल दर साल 3.6% की वृद्धि हुई लेकिन डीजल की खपत में 1.3% की गिरावट आई। विमानन ईंधन की बिक्री में 4.3% की वृद्धि हुई।
बार्कलेज की क्षेत्रीय अर्थशास्त्री श्रेया सोढानी ने कहा, "पिछले दो महीनों में मंदी के बाद जून में विनिर्माण गतिविधियों में तेजी आई है। नए ऑर्डरों के समर्थन से रोजगार पीएमआई, नियुक्ति के प्रति भावना को दर्शाते हुए, लगातार उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जिसे नए ऑर्डरों का समर्थन प्राप्त है।''
वित्त वर्ष 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था उम्मीद से बेहतर 8.2% की दर से बढ़ी। आरबीआई को चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.2% की वृद्धि की उम्मीद है। जून तिमाही के जीडीपी आंकड़े अगस्त के अंत में जारी होंगे।