Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Oct, 2024 06:35 PM
खनन और बिजली क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से अगस्त महीने में देश के औद्योगिक उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला औद्योगिक...
नई दिल्लीः खनन और बिजली क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से अगस्त महीने में देश के औद्योगिक उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन इस साल अगस्त में 0.1 प्रतिशत घट गया, जबकि अगस्त, 2023 में यह 10.9 प्रतिशत बढ़ा था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त, 2024 के लिए आईआईपी वृद्धि दर नकारात्मक 0.1 प्रतिशत रही। जुलाई, 2024 में औद्योगिक उत्पादन 4.7 प्रतिशत बढ़ा था।
अगस्त के दौरान खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्र का प्रदर्शन खराब रहने से कुल औद्योगिक उत्पादन में गिरावट आई है। इस दौरान खनन क्षेत्र में 4.3 प्रतिशत और बिजली क्षेत्र में 3.7 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर सिर्फ एक प्रतिशत रही। एनएसओ ने कहा कि अगस्त में संभवतः भारी बारिश की वजह से खनन क्षेत्र का उत्पादन प्रभावित हुआ। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह (अप्रैल-अगस्त) में औद्योगिक उत्पादन 4.2 प्रतिशत बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत थी।