Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Nov, 2024 04:40 PM
शेयर बाजार में निवेश करने का म्यूचुअल फंड एक प्रभावशाली विकल्प हो सकता है लेकिन हालिया सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, युवा निवेशकों का एक बड़ा हिस्सा म्यूचुअल फंड की बजाय सीधे शेयर बाजार में निवेश करना पसंद कर रहा है। वित्तीय प्रौद्योगिकी ब्रोकरेज...
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में निवेश करने का म्यूचुअल फंड एक प्रभावशाली विकल्प हो सकता है लेकिन हालिया सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, युवा निवेशकों का एक बड़ा हिस्सा म्यूचुअल फंड की बजाय सीधे शेयर बाजार में निवेश करना पसंद कर रहा है। वित्तीय प्रौद्योगिकी ब्रोकरेज कंपनी एंजेल वन द्वारा तैयार की गई फिन वन रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 93 प्रतिशत युवा वयस्क नियमित रूप से बचत करते हैं, जिनमें से अधिकांश अपनी मासिक आय का 20-30 प्रतिशत बचाने में लगे हुए हैं।
पारंपरिक विकल्पों पर तरजीह
सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि शेयर उनका पसंदीदा निवेश विकल्प है। सर्वेक्षण में शामिल 45 प्रतिशत लोगों ने इन्हें सावधि जमा (एफडी) या सोने जैसे अधिक पारंपरिक विकल्पों पर तरजीह दी है। मौजूदा समय में 58 प्रतिशत युवा भारतीय निवेशक शेयरों में निवेश करते हैं, जबकि 39 प्रतिशत म्यूचुअल फंड में निवेश करना पसंद करते हैं। ब्रोकरेज कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सावधि जमा (22 प्रतिशत) और आवर्ती जमा (26 प्रतिशत) जैसे सुरक्षित विकल्पों को अपेक्षाकृत कम अपनाया जा रहा है। यह युवाओं के बीच उच्च ‘रिटर्न’ और स्थिर बचत के बीच संतुलित दृष्टिकोण को दर्शाता है।
सर्वे में पूछे गए इन विषयों पर सवाल
ताजा सर्वे रिपोर्ट को 13 से अधिक भारतीय शहरों के 1,600 युवा भारतीयों से मिले जवाबों के आधार पर तैयार किया गया। उनसे पूछे सवाल चार प्रमुख विषयों बचत व्यवहार, निवेश प्राथमिकताएं, वित्तीय साक्षरता और टेक्नोलॉजी वित्तीय साधनों के उपयोग पर केंद्रित थे। इसमें डिजिटल प्लेटफॉर्म और टेक्नोलॉजी की भूमिका को भी रेखांकित किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 68 प्रतिशत उत्तरदाता नियमित रूप से स्वचालित बचत उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अनुशासित बचत आदतों के बावजूद, 85 प्रतिशत युवा भारतीय जीवन की उच्च लागत, विशेष रूप से भोजन, उपयोगिताओं तथा परिवहन को बचत में सबसे बड़ी बाधा मानते हैं। इससे पता चलता है कि बढ़ती जीवन लागत भारत के युवाओं के लिए एक गंभीर चुनौती है।