Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Jan, 2025 05:30 PM
बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहने के बाद भी बीते दिसंबर में म्यूचुअल फंड की इक्विटी योजनाओं में निवेश 14 प्रतिशत बढ़कर 41,156 करोड़ रुपए हो गया। म्युचुअल फंड की स्मॉल और मिडकैप योजनाओं में निवेशकों की दिलचस्पी बनी रही। उद्योग निकाय एम्फी ने कहा कि इस...
बिजनेस डेस्कः बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहने के बाद भी बीते दिसंबर में म्यूचुअल फंड की इक्विटी योजनाओं में निवेश 14 प्रतिशत बढ़कर 41,156 करोड़ रुपए हो गया। म्युचुअल फंड की स्मॉल और मिडकैप योजनाओं में निवेशकों की दिलचस्पी बनी रही। उद्योग निकाय एम्फी ने कहा कि इस महीने में निवेश रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, जबकि इन दोनों खंडों के बारे में चिंता जताई जा रही थी कि ये जोखिम पैदा कर सकते हैं। सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में निवेश 26,459 करोड़ रुपए रहा, जो नवंबर में 25,320 करोड़ रुपए था। एसआईपी प्रबंधन के तहत एसेट 13.63 लाख करोड़ रुपए रहीं, जो कुल का लगभग पांचवां हिस्सा है।
31 दिसंबर, 2024 तक कुल परिसंपत्तियां
31 दिसंबर, 2024 तक म्यूचुअल फंड्स के प्रबंधन के तहत कुल परिसंपत्तियां 66.93 लाख करोड़ रुपए थीं, जो एक महीने पहले की समान अवधि में 68.08 लाख करोड़ रुपए से कम थी। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (एम्फी) के मुख्य कार्यकारी वेंकट चलसानी ने इस गिरावट के लिए सुधारों पर मार्क-टू-मार्केट घाटे के साथ-साथ डेट योजनाओं में 1.27 लाख करोड़ रुपए की निकासी को जिम्मेदार ठहराया, जो तिमाही के आखिर में निकासी के पिछले अनुभव के मुताबिक है।
SIP में निरंतर रुचि बरकरार
इक्विटी फंड्स में निरंतर रुचि और भविष्य में क्या उम्मीद की जा सकती है, इस बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए चलसानी ने स्वीकार किया कि ऐसी अनिश्चितताएं हैं जो बाजार को प्रभावित कर सकती हैं, जैसे कि जनवरी में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के साथ अमेरिकी प्रशासन में बदलाव लेकिन उन्होंने कहा कि भारतीय निवेशकों का इक्विटी बाजार में विश्वास बना हुआ है। एसआईपी में निरंतर रुचि की ओर इशारा करते हुए चलसानी ने कहा कि ये निवेश लंबी अवधि में भारतीय बाजारों में निवेशकों के आशावाद को दर्शाते हैं।
महीने के दौरान कुल 33 नए फंड ऑफर लॉन्च
एम्फी ने कहा कि एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने महीने के दौरान कुल 33 नए फंड ऑफर लॉन्च किए, जिसके जरिए 13,643 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि जुटाई गई। यह नवंबर में 4,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जुटाने वाली 18 योजनाओं से अधिक है। इक्विटी योजनाओं के भीतर, सेक्टोरल या थीमैटिक कैटेगरी ने 15,331 करोड़ रुपए के उच्चतम शुद्ध प्रवाह के साथ निवेशकों को आकर्षित किया, जो नवंबर में 7,658 करोड़ रुपए से लगभग दोगुना है।