Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jan, 2025 04:35 PM
सोमवार को जहां 40 लाख लोगों ने महाकुंभ के पहले दिन गंगा में डुबकी लगाई, वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार के 20 करोड़ से ज्यादा निवेशकों के सोमवार ट्रेडिंग सेशन खत्म होने से पहले 13 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा गंवा दिए। वास्तव में निवेशकों की कंगाली का सिलसिला...
बिजनेस डेस्कः सोमवार को जहां 40 लाख लोगों ने महाकुंभ के पहले दिन गंगा में डुबकी लगाई, वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार के 20 करोड़ से ज्यादा निवेशकों के सोमवार ट्रेडिंग सेशन खत्म होने से पहले 13 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा गंवा दिए। वास्तव में निवेशकों की कंगाली का सिलसिला लगातार दिनों से चल रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है, जिसकी वजह से शेयर बाजार निवेशकों के 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब चुके हैं।
गोता सिर्फ महाकुंभ में भक्तों और शेयर बाजार ने ही नहीं लगाया है। डॉलर के मुकाबले में रुपए ने भी बड़ी डुबकी लगाई है जो सिर्फ पहली बार 86 रुपए के पार ही नहीं गया, बल्कि 87 रुपए के करीब भी पहुंच गया। यही वजह है कि शेयर बाजार के निवेशकों को मोटा नुकसान हो रहा है। कच्चे तेल में तेजी और संभावित महंगाई के आंकड़ों को भी शेयर बाजार में गिरावट की वजह माना जा रहा है।
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शेयर बाजार में बड़ी गिरावट
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) सोमवार (13 जनवरी) को 844 अंक की बड़ी गिरावट लेकर 76,535.24 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 1129 अंक तक लुढ़क गया था। अंत में सेंसेक्स 1049 अंक या 1.36% का गोता लगाकर 76,330 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी गिरावट के साथ खुला। कारोबार के दौरान यह 384 अंक तक फिसल गया था। अंत में निफ्टी 345.55 अंक या 1.47% की बड़ी गिरावट के साथ 23,085.95 पर बंद हुआ।
किन शेयरों में देखने को मिली कटौती
अगर बात गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर अडानी इंटरप्राइजेज के शेयरों में 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है जबकि ट्रेंट के शेयर भी करीब 6 फीसदी तक डूब गए। बीपीसीएल के शेयरों में साड़े 4 फीसदी की गिरावट देखी गई। बीईएल और अडानी पोर्ट के शेयर में 4 फीसदी से गिरावट आई। बीएसई पर जोमाटो के शेयर करीब 7 फीसदी, टाटा स्टीज 3 फीसदी ज्यादा, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। इसके विपरीत एनएसई पर एक्सिस बैंक, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक के शेयरों में एक फीसदी से कम की तेजी देखी गई है।
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शेयर बाजार में सोमवार (13 जनवरी) को गिरावट की चार बड़ी वजह?
- विदेशी निवेशक (FIIs) लगातार घरेलू शेयर बाजारों से पैसा निकाल रहे हैं। डॉलर इंडेक्स में मजबूती, रुपये में गिरावट और ट्रंप 2.0 को लेकर अनिश्चिता FIIs की बिकवाली के प्रमुख कारण है।
- देसी कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे सुस्त रहने के बाद तीसरी तिमाही के नतीजों को लेकर भी आशंका ने निवेशकों में घबराहट पैदा कर दी है।
- अमेरिका में नौकरियों के मजबूत डेटा से ब्याज दरों में जल्द किसी कटौती की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह से बाजार के सेंटीमेंट प्रभावित हुए है।
- इसके अलावा ब्रेंट क्रूड का प्राइस 81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। डॉलर की तुलना में रुपये में लगातार गिरावट जारी है। इन कारणों ने भी बाजार के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है।
निवेशकों को मोटा नुकसान
वैसे 13 जनवरी को शेयर बाजार में गिरावट की वजह से निवेशकों को मोटा नुकसान हुआ। शेयर बाजार निवेशकों का नुकसान बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ा हुआ होता है। आंकड़ों को देखें तो शुक्रवार को बीएसई का मार्केट कैप 4,29,67,835.05 करोड़ रुपए था जो सोमवार को 4,16,62,045.93 करोड़ रुपए के लेवल पर आ गया। इसका मतलब है कि शेयर बाजार निवेशकों को कारोबारी सत्र के दौरा 13 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ जबकि बीते चार दिनों की बात करें तो 7 जनवरी को बीएसई का मार्केट कैप 4,41,75,150.04 करोड़ रुपए था। इसका मतलब ये हुआ कि इन दिनों में निवेशकों को 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।