Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Jan, 2025 05:12 PM
तेजी से बढ़ रही म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में इस समय पैसिव फंड का दबदबा देखने को मिल रहा है। खास बात यह है कि साल 2024 में इंडेक्स फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) सहित पैसिव फंड में निवेशकों के फोलियो (अकाउंट नंबर) में 37% की वृद्धि दर्ज की गई है।...
बिजनेस डेस्कः तेजी से बढ़ रही म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में इस समय पैसिव फंड का दबदबा देखने को मिल रहा है। खास बात यह है कि साल 2024 में इंडेक्स फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) सहित पैसिव फंड में निवेशकों के फोलियो (अकाउंट नंबर) में 37% की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं, कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 24% से अधिक बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। आइए जानते हैं पैसिव फंड से जुड़े कुछ अहम आंकड़े।
122 योजनाए हुई लॉन्च
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में म्यूचुअल फंड हाउसों ने 122 नई पैसिव फंड योजनाएं लॉन्च कीं। पैसिव फंड इंडस्ट्री में निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने प्रमुख स्थान बनाए रखा है, जिसके पास 1.46 करोड़ फोलियो और 1.65 लाख करोड़ रुपये का AUM है। इसके अलावा, निप्पॉन इंडिया का ईटीएफ ट्रेडिंग वॉल्यूम का 55% पर कब्जा है। कोटक म्यूचुअल फंड, एक्सिस म्यूचुअल फंड और मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड जैसे अन्य प्रमुख फंड हाउसों ने भी पैसिव फंड्स में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
निवेशक क्यों कर रहे हैं निवेश
निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड के ईटीएफ प्रमुख अरुण सुंदरेसन कहते हैं, पैसिव एक दिलचस्प ऑफरिंग बनाता है। फंड बाजार के विभिन्न हिस्सों में शुद्ध एक्सपोजर प्रदान करते हैं, जिससे वे सच्चे, सही लेबल उत्पाद बन जाते हैं। बहुत सारे अनूठे फंड हैं, जो निवेशकों को चुनने के लिए बहुत अलग पोर्टफोलियो और विभिन्न प्रकार के जोखिम-रिटर्न प्रोफाइल प्रदान करते हैं।
निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने 2024 में पैसिव कैटेगरी में 8 नए फंड लॉन्च किए। अब उसके पास उद्योग में 24 ईटीएफ और 21 इंडेक्स फंड हैं। इस श्रेणी को चुनने में निवेशकों की बढ़ती रुचि को देखते हुए अन्य एएमसी ने भी कई पैसिव फंड लॉन्च किए हैं। पैसिव फंडों ने भी निवेशकों को आकर्षित किया है क्योंकि उनकी लागत संरचना कम होती है और उन्हें समझना आसान होता है, जिससे वे रिटेल और अनुभवी दोनों निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाते हैं।