Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Sep, 2024 02:08 PM
हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) ने अपने आइसक्रीम बिजनेस के पुनर्गठन की संभावनाओं का आकलन करने के लिए स्वतंत्र निदेशकों की एक समिति गठित की है। कंपनी इस बिजनेस को बेचने पर विचार कर सकती है। कई कंपनियों ने उसके आइसक्रीम बिजनेस को खरीदने में...
बिजनेस डेस्कः हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) ने अपने आइसक्रीम बिजनेस के पुनर्गठन की संभावनाओं का आकलन करने के लिए स्वतंत्र निदेशकों की एक समिति गठित की है। कंपनी इस बिजनेस को बेचने पर विचार कर सकती है। कई कंपनियों ने उसके आइसक्रीम बिजनेस को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। हिंदुस्तान यूनिलीवर के पोर्टफोलियो में क्वालिटी वॉल्स, कॉर्नेटो और मैग्नम जैसे ब्रांड्स शामिल हैं।
दिलचस्पी दिखाने वाली कंपनियां
- आरजे कॉर्प: पहले से क्रीम बेल आइसक्रीम बेचती है, जो भारत के शीर्ष पांच आइसक्रीम ब्रांडों में शामिल है। इसके पास 25 राज्यों में उपस्थिति और 11,000 पुश कार्ट हैं।
- एमएमजी ग्रुप: उत्तर और पूर्वी भारत में मैकडॉनल्ड्स चलाता है और कोका-कोला के लिए फ्रैंचाइजी बॉटलर है। इसका आइसक्रीम और फ्रोजन डेसर्ट में बैक-एंड तालमेल है।
- नेस्ले: नेस्ले इंडिया ने पिछले दशक में ग्लोबल आइसक्रीम ब्रांड Movenpick को बेचा था। कंपनी नेस्ले की भारतीय यूनिट इस बिजनेस को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रही है।
आइसक्रीम बिजनेस की स्थिति
- हिंदुस्तान यूनिलीवर के आइसक्रीम बिजनेस में प्रमुख ब्रांड्स जैसे क्वालिटी वॉल्स, कॉर्नेटो और मैग्नम शामिल हैं।
- कंपनी की सालाना ₹60,000 करोड़ की बिक्री में आइसक्रीम बिजनेस की हिस्सेदारी करीब 3% है।
बाजार की संभावनाएं
- यूनिलीवर की पैरेंट कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी आइसक्रीम निर्माता है, जिसमें बेन एंड जेरी और मैग्नम जैसे ब्रांड्स शामिल हैं।
- भारतीय आइसक्रीम बाजार वित्त वर्ष 2025 तक $5 बिलियन को पार करने की उम्मीद है, जबकि 2023 में यह $3.4 बिलियन का था।