Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Sep, 2024 03:34 PM
इस वर्ष जुलाई में ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर कीर स्टार्मर को सत्ता संभालने के पहले ही महीने अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बड़ा झटका लगा है। लेबर पार्टी के प्रधानमंत्री ने 14 साल के कंजर्वेटिव पार्टी के शासन का अंत करके पी.एम. की कुर्सी पर कब्जा किया था...
लंदन: इस वर्ष जुलाई में ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर कीर स्टार्मर को सत्ता संभालने के पहले ही महीने अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बड़ा झटका लगा है। लेबर पार्टी के प्रधानमंत्री ने 14 साल के कंजर्वेटिव पार्टी के शासन का अंत करके पी.एम. की कुर्सी पर कब्जा किया था लेकिन पहले ही महीने आए GDP के आंकड़ों के कारण प्रधानमंत्री और उनकी लेबर पार्टी को निराशा हुई है।
दरअसल जुलाई महीने में ब्रिटेन की जीडीपी स्थिर रही है और इसमें 0 फीसदी की वृद्धि हुई है। आफिस फॉर नैशनल स्टैस्टिक्स के आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था जून की ही तरह स्थिर रही है।
हालांकि विश्लेषकों ने जुलाई महीने में अर्थव्यवस्था में तेजी का आकलन किया था लेकिन विश्लेषकों की यह भविष्यवाणी गलत साबित हुई। पिछले कुछ वर्षों में UK की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में तेजी दिखाती रही है।
ब्रिटेन की वित्त मंत्री रैचल रीव्स ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौतियां हैं और इन चुनौतियों से पार पाने में समय लगेगा तथा यह रातों-रात नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यदि दो तिमाहियों में अर्थव्यवस्था के अच्छे आंकड़े सामने आ भी जाते हैं तो भी यह 14 साल के खराब आर्थिक फैसलों की भरपाई नहीं कर सकते। इसी कारण हम अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर लंबी अवधि के लिए कुछ बड़े फैसले लेंगे, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था का आधार मजबूत होगा।
उन्होंने इसके साथ ही अपने पहले बजट में कुछ नए कर लगाने का भी संकेत दिया है और कहा है कि इससे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इसके अलावा सरकार पहले से ही पैंशनरों को मिलने वाले फ्यूल बैनीफिट्स को खत्म करने का फैसला कर चुकी है।
इस बीच एमेजॉन ने ब्रिटेन में अगले पांच वर्षों में 10.5 बिलियन डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। एमेजॉन की इस घोषणा से कंपनी के वैब सर्विसिज बिजनैस में हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि इस तरह के फैसलों से ही ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। एमेजॉन इस निवेश के साथ ब्रिटेन में डाटा सैंटरों की स्थापना करेगी और उसे ऑपरेट करने के अलावा उसकी मैंटेनैंस भी करेगी। इससे ब्रिटेन की जी.डी.पी. में 14 बिलियन पौंड की वृद्धि होने का अनुमान है।