Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Feb, 2024 04:10 PM
बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की आवास ऋण इकाई एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस को कर्ज की मजबूत मांग और गैर-प्रमुख व्यवसाय में विस्तार के कारण चालू वित्त वर्ष में 5,000 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ की उम्मीद है। एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के प्रबंध निदेशक...
नई दिल्लीः बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की आवास ऋण इकाई एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस को कर्ज की मजबूत मांग और गैर-प्रमुख व्यवसाय में विस्तार के कारण चालू वित्त वर्ष में 5,000 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ की उम्मीद है। एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) त्रिभुवन अधिकारी ने बताया कि गैर-प्रमुख कारोबार में संपत्ति पर ऋण (एलएपी) और किफायती आवास कर्ज शामिल हैं।
सबसे बड़ी आवास वित्त कंपनी का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष (2022-23) में 2,891 करोड़ रुपए रहा था। उन्होंने कहा, “दूसरी और तीसरी श्रेणी के बाजारों में किफायती आवास खंड मजबूत रहा। हमारा ध्यान इस खंड पर केंद्रित रहा, क्योंकि यह लाखों महत्वाकांक्षी भारतीयों को अपना घर खरीदने का अवसर देता है।” कारोबार वृद्धि पर उन्होंने कहा, "हमारा प्रयास प्रक्रियाओं के डिजिटल बदलाव के माध्यम से सेवा मानकों में सुधार करना रहा है।"
अधिकारी ने कहा कि वर्तमान रुझानों के अनुसार चौथी तिमाही आमतौर पर कंपनी के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक अवधि होती है। "उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष का समापन अच्छे आंकड़ों के साथ होगा।" उन्होंने कहा कि कंपनी ने तीन तिमाहियों में 3,675 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है और इस वित्त वर्ष के अंत तक यह 5,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। दिसंबर, 2023 तिमाही में कंपनी का शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) तीन प्रतिशत था, जबकि बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 2.41 प्रतिशत था।