Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Jan, 2025 01:54 PM
चीन से बढ़ती दूरी के बीच Apple जैसी दिग्गज कंपनी अब भारत में iPhone निर्माण पर अपना फोकस बढ़ा रही है। कंपनी न केवल अपने पॉपुलर iPhone स्मार्टफोन्स का प्रोडक्शन भारत में कर रही है, बल्कि लोकलाइजेशन पर भी जोर दे रही है यानी iPhone में भारतीय निर्मित...
बिजनेस डेस्कः चीन से बढ़ती दूरी के बीच Apple जैसी दिग्गज कंपनी अब भारत में iPhone निर्माण पर अपना फोकस बढ़ा रही है। कंपनी न केवल अपने पॉपुलर iPhone स्मार्टफोन्स का प्रोडक्शन भारत में कर रही है, बल्कि लोकलाइजेशन पर भी जोर दे रही है यानी iPhone में भारतीय निर्मित कंपोनेंट्स का अधिक उपयोग किया जाएगा। इस दिशा में Apple, बाबा कल्याणी की कंपनी भारत फोर्ज के साथ एक डील को लेकर बातचीत कर रही है। अगर यह डील सफल होती है, तो भारत iPhone निर्माण के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभर सकता है और वह दिन दूर नहीं जब दुनिया भर में "मेड इन इंडिया" iPhones का बोलबाला होगा।
एप्पल ने साल 2020 से भारत में आईफोन बनाना शुरू किया और सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना का फायदा उठाया। कंपनी यहां बनने वाले अपने ज्यादातर आईफोन का एक्सपोर्ट करती है। साल 2024 में कंपनी का इंडिया में बने आईफोन का एक्सपोर्ट रिकॉर्ड 12.8 बिलियन डॉलर (करीब 1100 अरब रुपए) का रहा है। इसी तरह कंपनी ने आने वाले सालों में इंडिया में 30 बिलियन डॉलर की वैल्यू के प्रोडक्शन का लक्ष्य बनाया है।
बाबा कल्याणी बनेंगे एप्पल के साथी?
पुणे की ‘भारत फोर्ज’ को 76 साल के बाबा कल्याणी संभालते हैं। उनकी कंपनी ऑटोमोटिव से लेकर कंस्ट्रक्शन, माइनिंग, रेलवे, एरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में काम करती है। एप्पल के साथ अगर कंपनी की बातचीत सफल रहती है तो ये उसके लिए कंपोनेंट्स और मैकेनिक्स बनाएगी। भारत की ये चौथी ऐसी कंपनी होगी जो एप्पल आईफोन के लिए सप्लायर का काम करेगी। अभी टाटा ग्रुप, मदरसन ग्रुप और एइक्यूस कंपनी एप्पल के लिए काम कर रही हैं।
चीन छोड़कर भारत आए एप्पल सप्लायर
अगर एप्पल के सप्लायर्स की लिस्ट देखें, तो कई कंपनियों ने चीन छोड़कर भारत का रुख किया है। एप्पल की सबसे बड़ी असेंबलिंग पार्टनर फॉक्सकॉन ने इंडिया में अपना प्लांट लगाया है जबकि टाटा ग्रुप भी दो फैक्टरी में एप्पल की असेंबलिंग कर रहा है। इसके अलावा एप्पल के लिए बैटरीपैक्स बनाने का काम सनवोडा, केबल्स बनाने का काम फॉक्सलिंक और एंक्लोजर्स बनाने का काम एइक्यूस कर रहा है।
एप्पल के सबसे बड़े सप्लायर्स में से एक एमपेरेक्स टेक्नोलॉजी ने मानेसर हरियाणा में बैटरी सेल्स की फैक्टरी लगाई है जिसका प्रोडक्शन जल्द शुरू होने वाला है। वहीं मदरसन ग्रुप का हांगकांग की बीआईईएल क्रिस्टल मैन्युफैक्टरी के साथ एक जॉइंट वेंचर बनाने का प्रस्ताव है, जिस पर सरकार अभी विचार कर रही है।
एप्पल ने जब 2020 में भारत में आईफोन बनाना शुरू किया तो उसका लोकल वैल्यू एडिशन 5 से 8 प्रतिशत था। अब कंपनी इसे 15 से 18 प्रतिशत करने पर काम कर रही है।