Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Jan, 2025 11:47 AM
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बजट 2025 पेश में अब केवल 5 दिन ही बचे हैं। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। बजट से ठीक पहले भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को भारी गिरावट के साथ सप्ताह की शुरुआत की। सेंसेक्स-निफ्टी में जोरदार गिरावट दर्ज की गई, जहां निफ्टी ने...
बिजनेस डेस्कः बजट 2025 पेश में अब केवल 5 दिन ही बचे हैं। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। बजट से ठीक पहले भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को भारी गिरावट के साथ सप्ताह की शुरुआत की। सेंसेक्स-निफ्टी में जोरदार गिरावट दर्ज की गई, जहां निफ्टी ने पहले 23,000 का स्तर तोड़ा और कुछ समय बाद 22,850 के नीचे कारोबार किया। निफ्टी अपने रिकॉर्ड ऊंचाई से अब तक करीब 13% नीचे आ चुका है।
गिरावट के मुख्य कारण
- अमेरिका की व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता।
- विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली।
सभी प्रमुख सेक्टर्स में गिरावट
बैंकिंग, IT, पावर, और FMCG जैसे सभी प्रमुख सेक्टर्स में गिरावट देखने को मिली। स्मॉलकैप इंडेक्स 4% से अधिक गिरकर काम कर रहा है, जबकि मिडकैप इंडेक्स में 1500 अंकों की गिरावट हुई है। निफ्टी बैंक इंडेक्स भी लगभग 400 अंक गिर चुका है।
बाजार का मौजूदा हाल
वोलेटिलिटी इंडेक्स (India VIX) में बढ़ोतरी जारी है, जो 8% की बढ़त के साथ 18.06 पर पहुंच चुका है। इसके साथ ही BSE पर सूचीबद्ध कंपनियों की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में 9 लाख करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट हुई है।
विशेषज्ञों की राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा स्थिति में किसी भी तेजी का इस्तेमाल मुनाफा वसूली और पोजीशन से बाहर निकलने के लिए किया जा रहा है। बजट से पहले बाजार में रैली की उम्मीद थी लेकिन इसके विपरीत गिरावट दर्ज हुई है।
आगामी सप्ताह भी बाजार के लिए कमजोर रहने की संभावना जताई जा रही है। निवेशकों को सतर्क रहने और जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचने की सलाह दी गई है।
चुनिंदा स्टॉक्स पर नजर
तिमाही नतीजों और ब्रोकरेज फर्म्स के बुलिश रुख के चलते ICICI Bank के शेयर में आज तेजी देखने को मिल रही है। बैंक का मुनाफा बढ़ने, लोन ग्रोथ में मजबूती और एसेट क्वॉलिटी में स्थिरता के कारण निवेशकों का रुझान सकारात्मक बना हुआ है।
दूसरी ओर CreditAccess Grameen के शेयर में 18% की भारी गिरावट दर्ज की गई। कंपनी द्वारा गाइडेंस में लगातार बड़ी कटौती करने के चलते स्टॉक पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जिससे निवेशकों में बेचैनी देखी जा रही है।
क्या है बाजार में आज गिरावट की सबसे बड़ी वजह?
शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। आज एशियाई बाजारों में तेजी दिखी लेकिन अमेरिकी फ्यूचर्स में गिरावट जारी रही। कोलम्बिया पर ट्रेड प्रतिबंध लगाने के डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद अमेरिकी डॉलर में मजबूती दिखी है।
FPIs की भारी बिकावली
जनवरी 2025 में अब लगातार तीसरे हफ्ते भी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) की ओर से बिकवाली जारी है। जनवरी में अब तक FPIs ने कुल ₹69,080 करोड़ की बिकवाली की है।
बाजार के सेंटीमेंट के लिए कंपनियों की दिसंबर तिमाही नतीजों से उम्मीद है लेकिन इस मोर्चे पर भी निराशा हाथ लग रही। अभी तक जारी नतीजे मिले-जुले रहे हैं। बल्कि, थोड़ा निगेटिव ही रहे हैं और कुछ कंपनियों ने निवेशकों को निराश किया है।
कच्चे तेल में गिरावट
OPEC को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कीमतें कम करने को कहा है। इसके बाद सोमवार को बाजार को कच्चे तेल में 1% की गिरावट देखने को मिली है। ट्रंप ने अमेरिका में ऑयल और गैस आउटपुट बढ़ाने के लिए कई उपाय का ऐलान किया है। ब्रेंट क्रूड ऑयल फिलहाल 78 डॉलर प्रति बैरल से नीचे फिसल चुका है जबकि, WTI क्रूड ऑयल भी 74 डॉलर प्रति बैरल से नीचे है।
रुपए में कमजोरी
शुरुआती कामकाज के दौरा डॉलर के मुकाबले रुपए में 22 पैसे की गिरावट देखने को मिली है, जिसके बाद रुपया 86.44 के स्तर पर नजर आया। डॉलर इंडेक्स 0.21% बढ़कर 107.66 के स्तर पर पहुंच चुका है।