Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Nov, 2024 05:04 PM
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज एक बार फिर बाजार में बड़ी गिरावट आई, जिससे निवेशकों के 5.95 लाख करोड़ डूब गए हैं। 1 अक्टूबर से लेकर 12 नवंबर तक की बात करें तो शेयर मार्केट निवेशकों के 4,37,06,647 रुपए डूब गए है।...
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज एक बार फिर बाजार में बड़ी गिरावट आई, जिससे निवेशकों के 5.95 लाख करोड़ डूब गए हैं। 1 अक्टूबर से लेकर 12 नवंबर तक की बात करें तो शेयर मार्केट निवेशकों के 4,37,06,647 रुपए डूब गए है। बाजार में जारी गिरावट से निवेशक सहमे हुए हैं।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 820.97 अंक गिरकर 78,675.18 और निफ्टी 257.85 अंकों की गिरावट के साथ 23,883.45 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 79,820.98 के अपने इंट्राडे हाई से करीब 1,032 अंक लुढ़ककर 78,767.49 पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी अपने इंट्राडे हाई से करीब 330 अंक लुढ़ककर 23,912 पर पहुंच गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली जारी रही और दोनों इंडेक्स 1 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इस गिरावट के पीछे 3 मुख्य कारण रहे....
कंपनियों के कमजोर तिमाही
अधिकतर कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजे बाजार के अनुमानों से कमजोर रहे हैं। इसके चलते खास तौर से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हाल में काफी बिकवाली देखने को मिल रही है। जेफरीज के एनालिस्ट्स क्रिस वुड ने बताया कि कमजोर नतीजों के चलते भारतीय कंपनियों को साल 2020 की शुरुआत के बाद का अपना अब तक के सबसे बड़े डाउनग्रेड का सामना करना पड़ रहा है।
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FIIs की ओर से बिकवाली
विदेशी निवेशकों (FIIs) का भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकालने का सिलसिला थम नहीं रहा है। विदेशी निवेशकों ने नवंबर महीने में अबतक करीब 22,156.41 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी कर चुके हैं। इससे पहले उन्होंने अक्टूबर में रिकॉर्ड 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की थी। इसके चलते शेयर बाजार में लगातार दबाव बना हुआ है। इस बीच MSCI के इमर्जिंग मार्केट इनवेस्टेबल मार्केट इंडेक्स (EM IMI) में चीन ने वापस भारत को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान पर कब्जा जमा लिया है। चीन के सस्ते वैल्यूएशन को देखते हुए विदेशी निवेशक भारत की जगह उसकी ओर रुख कर रहे हैं।
ऑटो, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में कमजोरी
निफ्टी पीएसयू बैंक, निफ्टी ऑटो और निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स में आज 1 फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली। निफ्टी बैंक इंडेक्स लगभग 1 फीसदी तक गिर गया। ऑटो कंपनियों के अक्टूबर महीने के बिक्री आंकड़े निवेशकों में उत्साह जगाने में नाकाम रहे। इस बीच हुंडई मोटर इंडिया के कमजोर तिमाही नतीजों ने निवेशकों के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स से जुड़े आंकड़े आने से पहले निवेशक बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों को लेकर भी सतर्क दिखे।
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मार्केट कैपिटलाइजेशन घटा
बाजार में तेज गिरावट के चलते निवेशकों को जबरदस्त नुकसान हुआ है। बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 436.59 लाख करोड़ रुपए पर जा पहुंचा है जो पिछले कारोबारी सत्र में 442.54 लाख करोड़ रुपए रहा था। यानी आज के सत्र में निवेशकों को 5.95 लाख करोड़ रुपए की चपत लगी है।
ये टॉप 10 बड़े शेयर सबसे ज्यादा टूटे
अब बात कर लेते हुए धुआंधार तेजी से अचानक बाजार में गिरावट में अहम रोल निभाने वाले दिग्गज कंपनियों के शेयरों के बारे में, तो BSE की 30 में से 24 कंपनियों के शेयर लाल निशान पर बंद हुए। इन लार्जकैप कंपनियों में NTPC Share 3.06%, HDFC Bank Share 2.73%, Asian Paints Share 2.65%, SBI Share 2.52% और Tata Motors Share 2.46% फिसलकर क्लोज हुआ।
अन्य बड़ी कंपनियों में JSW Steel Share (2.28%), Maruti Share (2.27%), PowerGrid Share (2.12%), Adani Ports Share (2.02%) और Bajaj Finance Share (1.98%) की गिरावट के साथ क्लोज हुआ।