Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Nov, 2022 05:05 PM
विश्लेषकों का कहना है कि मुद्रास्फीति के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों में प्रदर्शन और विदेशी कोष में लेनदेन जैसी गतिविधियों पर इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल निर्भर करेगी। विदेशी निवेशकों की लिवाली और वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच शुक्रवार को घरेलू शेयर...
नई दिल्लीः विश्लेषकों का कहना है कि मुद्रास्फीति के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों में प्रदर्शन और विदेशी कोष में लेनदेन जैसी गतिविधियों पर इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल निर्भर करेगी। विदेशी निवेशकों की लिवाली और वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुआ था।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 1,181.34 अंक या 1.95 प्रतिशत बढ़कर 61,795.04 पर बंद हुआ और 18 अक्टूबर, 2021 के अपने पिछले उच्च स्तर 61,765.59 अंक को पार कर गया। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, "दुनिया के शेयर बाजारों में प्रदर्शन का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ेगा। निवेशकों की हमारे घरेलू मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर नजर रहेगी।"
वहीं, रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के शोध उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, "निवेशकों की नजर महत्वपूर्ण वृहद आर्थिक आंकड़ों उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति पर होगी।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजारों और विदेशी निवेशकों के प्रवाह के रुझान का प्रदर्शन भी बाजार की चाल को तय करेगा।