Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Mar, 2025 03:53 PM

मूडीज रेटिंग्स ने अगले वित्त वर्ष (2025-26) के लिए भारत की GDP ग्रोथ 6.5% से अधिक रहने का अनुमान लगाया है। चालू वित्त वर्ष (2024-25) में यह 6.3% रहने की उम्मीद है। एजेंसी के अनुसार, सरकार के उच्च पूंजीगत व्यय, कर कटौती और ब्याज दरों में कमी से उपभोग...
बिजनेस डेस्कः मूडीज रेटिंग्स ने अगले वित्त वर्ष (2025-26) के लिए भारत की GDP ग्रोथ 6.5% से अधिक रहने का अनुमान लगाया है। चालू वित्त वर्ष (2024-25) में यह 6.3% रहने की उम्मीद है। एजेंसी के अनुसार, सरकार के उच्च पूंजीगत व्यय, कर कटौती और ब्याज दरों में कमी से उपभोग बढ़ेगा, जिससे अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ेगी।
बैंकिंग सेक्टर पर असर
मूडीज ने भारतीय बैंकिंग सेक्टर के लिए स्थिर आउटलुक की उम्मीद जताई है, हालांकि बैंकों की एसेट क्वालिटी में मामूली गिरावट आ सकती है। बिना गारंटी वाले रिटेल लोन, माइक्रोफाइनेंस और छोटे बिजनेस लोन पर दबाव बना रहेगा। हालांकि, बैंकों की लाभप्रदता बरकरार रहने की संभावना है, क्योंकि नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में गिरावट मामूली रहेगी।
महंगाई दर में गिरावट की संभावना
मूडीज को उम्मीद है कि भारत की औसत महंगाई दर FY26 में घटकर 4.5% रह जाएगी, जो पिछले वर्ष 4.8% थी। RBI ने महंगाई नियंत्रण के लिए मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच रेपो रेट में 2.50% की बढ़ोतरी की थी। हालांकि, फरवरी 2025 में RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती कर इसे 6.25% कर दिया, जिससे लोन सस्ता हुआ है।
सरकारी अनुमान और आर्थिक वृद्धि
वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा में अगले वित्त वर्ष के लिए GDP ग्रोथ रेट 6.3-6.8% रहने का अनुमान है। जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही में ग्रोथ रेट घटकर 5.6% रही थी, जो अगली तिमाही में 6.2% तक पहुंच गई। मूडीज का मानना है कि 2024 के मध्य में अर्थव्यवस्था में थोड़ी नरमी के बाद, भारत फिर से दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो सकता है।