Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Nov, 2024 11:09 AM
म्यूचुअल फंडों (एमएफ) ने अक्टूबर में (29 तारीख तक) 87,000 करोड़ रुपए का निवेश करके मासिक निवेश का नया रिकॉर्ड बनाया। इस अभूतपूर्व निवेश के चलते घरेलू बाजारों पर पिछले कई महीनों से चल रही गिरावट का दबाव कुछ हद तक कम हुआ।
बिजनेस डेस्कः म्यूचुअल फंडों (एमएफ) ने अक्टूबर में (29 तारीख तक) 87,000 करोड़ रुपए का निवेश करके मासिक निवेश का नया रिकॉर्ड बनाया। इस अभूतपूर्व निवेश के चलते घरेलू बाजारों पर पिछले कई महीनों से चल रही गिरावट का दबाव कुछ हद तक कम हुआ।
पिछले रिकॉर्ड की तुलना
पिछला मासिक निवेश रिकॉर्ड मई में 48,139 करोड़ रुपए था। हालिया खरीदारी ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा अक्टूबर में की गई 1.1 लाख करोड़ रुपए की रिकॉर्ड मासिक बिक्री का आंशिक मुकाबला किया। इस बीच एनएसई पर निफ्टी 50 ने अक्टूबर में 6.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद होकर पिछले चार सालों में अपनी सबसे बड़ी मासिक गिरावट का सामना किया।
यह भी पढ़ें: Bank Holidays: इस हफ्ते आ रही है लगातार 4 छुट्टियां, पहले से बना लें प्लानिंग
क्या हैं रिकॉर्ड खरीदारी के कारण?
इक्विटी केंद्रित योजनाओं में बढ़ता प्रवाह
निवेशक गिरती बाजार स्थितियों का लाभ उठाने के लिए इक्विटी योजनाओं में अधिक रकम लगाने लगे, जिससे उच्च प्रवाह को प्रोत्साहन मिला।
फंड प्रबंधकों का रणनीतिक निवेश
गिरावट पर खरीदारी करने के लिए फंड प्रबंधकों ने अपनी पास मौजूद बड़ी नकदी का इस्तेमाल किया। अनुमान के मुताबिक, इक्विटी फंड योजनाओं के पास 2 लाख करोड़ रुपए की नकदी थी।
हाईब्रिड फंडों का योगदान
बैलेंस्ड एडवांटेज और मल्टी-ऐसेट योजनाओं जैसे हाइब्रिड फंडों ने भी निवेश की मात्रा को बढ़ाया। इन योजनाओं ने विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में निवेश को प्राथमिकता दी।
यह भी पढ़ें: सोना-चांदी खरीदने का सुनहरी मौका, दिवाली के बाद कीमतों में आई भारी गिरावट
भविष्य की संभावनाएं
2024 में भी म्यूचुअल फंडों का इक्विटी निवेश मजबूत रहने की उम्मीद है। बाजार में तेजी और बेहतर माहौल के कारण इक्विटी योजनाओं में निवेश में वृद्धि होने की संभावना है।
निरंतरता का संकेत
म्यूचुअल फंड लगातार 17 महीने से शुद्ध खरीदार बने हुए हैं, और पिछले 14 महीनों से उनका मासिक निवेश 10,000 करोड़ रुपए से अधिक रहा है। यह मजबूत निवेश एसआईपी (सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से भी बढ़ा है, जिसमें सितंबर 2024 में निवेश 24,509 करोड़ रुपए पहुंच गया है।