Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Aug, 2024 12:11 PM
डीमैट खातों (Demat accounts) की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जुलाई महीने में 45.5 लाख नए डीमैट खाते जुड़े, जिससे कुल खातों की संख्या लगभग 16.7 करोड़ हो गई। यह जानकारी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (CDSL) और नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (NSDL) के...
बिजनेस डेस्कः डीमैट खातों (Demat accounts) की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जुलाई महीने में 45.5 लाख नए डीमैट खाते जुड़े, जिससे कुल खातों की संख्या लगभग 16.7 करोड़ हो गई। यह जानकारी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (CDSL) और नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (NSDL) के आंकड़ों से प्राप्त हुई है। इस कैलेंडर वर्ष में यह चौथा महीना है जब 40 लाख से ज्यादा नए खाते जुड़े हैं। पिछले महीने में नए खातों का शुद्ध जुड़ाव जनवरी के बाद सबसे अधिक रहा, जब रिकॉर्ड 46.8 लाख खाते जुड़े थे।
डीमैट खातों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी का पता चलता है कि इक्विटी में सीधे निवेश को लेकर निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है। डिजिटल तरीके जुड़ने की सुविधा से भागीदारी आसान हो गई है। साथ ही IPO की कतार और बाजारों में लगातार तेजी से काफी निवेशक बाजार में उतरे हैं। इस महीने NSE के एमडी और सीईओ आशिषकुमार चौहान ने कहा था कि एक्सचेंज के पास अब देश के सभी हिस्सों के निवेशक हैं।
देसी व विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (foreign portfolio investors) के लगातार निवेश से जुलाई में इक्विटी बाजारों में तेजी रही। पूंजी बाजार से जुड़े करों में बढ़ोतरी के बावजूद बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी पिछले महीने 3 फीसदी से ज्यादा चढ़े। इसके साथ ही निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों ने उम्दा प्रदर्शन किया और उनमें क्रमश: 4.5 फीसदी व 5.8 फीसदी की तेजी आई। जुलाई में एफपीआई ने करीब 34,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जबकि देसी संस्थागत निवेशकों ने 20,000 करोड़ रुपए डाले।